ड्रग्स का पता लगाने के लिए NCB जिस इंटेलिजेंस और तकनीक का इस्तेमाल करता है, उसे भी प्रदर्शित किया जाएगा।
Republic Day Parade: गणतंत्र दिवस परेड में इस बार कर्तव्यपथ से नो ड्रग्स का संदेश दिया जाएगा। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, "ड्रग्स को कहें ना" के मैसेज वाले झांकी के साथ डेब्यू करने जा रहा है। NCB, भारत में ड्रग लॉ इंफोर्समेंट के लिए प्राथमिक एजेंसी है। पहली बार इसके ऑफिसर्स एक कैनाइन स्क्वायड के साथ परेड में शामिल होगा।
एनसीबी ने बताया कैसी होगी गणतंत्र दिवस की झांकी...
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में ड्रग्स को ना कहने के संदेश के साथ एक झांकी होगी। झांकी में शीर्ष पर "नशा मुक्त भारत" (ड्रग-मुक्त भारत) का संदेश होगा। इस मैसेज के सामने लोगों का एक ग्रुप खड़ा होगा जो विभिन्न पारंपरिक भारतीय वेशभूषा पहने हुए होगा। यह लोग एक दूसरे की बांहों को पकड़े होंगे। और इसके नीचे लिख होगा "हम लोग मिलकर यह कर सकते हैं"। एनसीबी ने बताया कि इस झांकी से यह संदेश दिया जा रहा है कि विविध सांस्कृतिक पृष्ठभूमि से प्रतिनिधित्व करने वाले लोगों के समूह अगर एक साथ मिलकर चाह लें तो देश को नशा के खतरे से मुक्त किया जा सकता है।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की डिप्टी डायरेक्टर ने बताया थीम का डिटेल
एनसीबी की डिप्टी डायरेक्टर जनरल मोनिका बत्रा ने बताया कि क्रॉस किए हुए हाथ बताते हैं कि हम 'ड्रग्स को ना' कहते हैं। ड्रग्स का पता लगाने के लिए NCB जिस इंटेलिजेंस और तकनीक का इस्तेमाल करता है, उसे भी प्रदर्शित किया जाएगा। एनसीबी के कैनाइन सदस्यों में जो इसकी झांकी के साथ होंगे उनमें जर्मन शेफर्ड 'लिम्बो' और 'जेली' हैं।
रिपब्लिक डे पर 23 झांकियां शामिल होंगी
इस बार रिपब्लिक डे परेड में कर्तव्य पथ पर 23 झांकियों का प्रदर्शन होगा। भारत की सांस्कृतिक विरासत, आर्थिक और सामाजिक प्रगति को दर्शाने वाली कुल 23 झांकियों में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 17 झांकियां हैं। जबकि विभिन्न मंत्रालयों और विभागों की 6 झांकियां इस परेड में शामिल होंगी।
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