दिल्ली पुलिस ने धोखाधड़ी समेत अन्य मामलों में वाराणसी के नरेंद्र नाथ दुबे उर्फ अडिग को गिरफ्तार किया है। नरेंद्र नाथ पहले भी सुर्खियों में रह चुके हैं। इससे पहले नाथ ने राष्ट्रपति से लेकर पार्षद तक का चुनाव लड़ा है।
नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस ने धोखाधड़ी समेत अन्य मामलों में वाराणसी के नरेंद्र नाथ दुबे उर्फ अडिग को गिरफ्तार किया है। नरेंद्र नाथ पहले भी सुर्खियों में रह चुके हैं। इससे पहले नाथ ने राष्ट्रपति से लेकर पार्षद तक का चुनाव लड़ा है।
दिल्ली पुलिस ने अडिग को वाराणसी से गिरफ्तार किया। इसके बाद उन्होंने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट राजीव कुमार की अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने अडिग को रिमांड पर भेज दिया है। दिल्ली की पटियाला कोर्ट में 22 अगस्त को अडिग की पेशी होगी।
उप-राष्ट्रपति चुनाव गलत नामांकन दाखिल किया
अडिग 1984 से 2012 तक पार्षद, एमएलए, एमएलसी, सांसद, उप-राष्ट्रपति और राष्ट्रपति तक का चुनाव लड़ चुके हैं। 2012 में अडिग के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। 2012 में उप-राष्ट्रपति चुनाव में अडिग ने नामांकन दाखिल किया था। इसमें 40 सांसदों के हस्ताक्षर थे। इसमें 20 सांसदों को समर्थक और 20 को प्रस्तावक बताया गया था। जांच में नामांकन पत्र फर्जी निकला। सांसद पूनम प्रभाकर ने जांच के दौरान हस्ताक्षर होने से इनकार किया था। बाद में पता चला कि इसमें सभी हस्ताक्षर फर्जी हैं।
दर्ज है कई धाराओं में केस
दिल्ली की ईओडब्ल्यू टीम ने सोमवार को दुबे को उसके घर से गिरफ्ताक किया था। ईडब्ल्यूओ ने अदालत को बताया कि आंध्र प्रदेश की सांसद पूनम प्रभाकर की शिकायत के बाद 13 दिसंबर, 2012 को दिल्ली पुलिस ने अडिग के खिलाफ 420, 467, 468, 471, 511 और 174 ए के तहत मामला दर्ज किया था। 2016 में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने अडिग के खिलाफ गैर-जमानती वॉरंट और अडिग की संपत्ति की कुर्की के आदेश जारी किए थे।
2014 में अडिग ने मोदी के खिलाफ लड़ा था चुनाव
अडिग ने 1984 में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा था। इसके बाद वे यहां से संसदीय और विधानसभा चुनाव लड़ते रहे। 2014 में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ वाराणसी लोकसभा सीट से पर्चा भरा था।