क्यों कहा जा रहा है कि बिहार में महिलाओं ने नीतीश कुमार और NDA को जिता दिया?

बिहार चुनाव में NDA बहुमत के पार 125 सीट पर जीत चुका है। लेकिन इस जीत में सबसे बड़ा योगदान महिलाओं का माना जा रहा है। बिहार के महिला मतदाताओं ने फिर से सुशासन बाबू को चुना है। चुनाव में दूसरे और तीसरे चरण में NDA ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। यह वही दूसरा और तीसरा चरण है जिसमें पुरुषों से ज्यादा महिलाओं ने वोट किया।

Asianet News Hindi | Published : Nov 11, 2020 6:54 AM IST / Updated: Feb 05 2022, 03:20 PM IST

नई दिल्ली. बिहार चुनाव में NDA बहुमत के पार 125 सीट पर जीत चुका है। लेकिन इस जीत में सबसे बड़ा योगदान महिलाओं का माना जा रहा है। बिहार के महिला मतदाताओं ने फिर से सुशासन बाबू को चुना है। चुनाव में दूसरे और तीसरे चरण में NDA ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। यह वही दूसरा और तीसरा चरण है जिसमें पुरुषों से ज्यादा महिलाओं ने वोट किया।

दूसरे-तीसरे चरण में NDA को मिले बंपर वोट

दूसरे और तीसरे चरण की अधिकांश सीटें उत्तर बिहार में थीं। तीन चरण के बिहार चुनाव 2020 में तीसरे चरण में 65.5 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने मतदान किया, जबकि दूसरे चरण में 58.8 प्रतिशत महिलाओं ने वोट किया। इन दोनों चरणों में महिलाओं ने पुरुषों को पछाड़ दिया। तीसरे चरण में पुरुष-महिला वोटर्स के अनुपात में लगभग 11 प्रतिशत का अंतर है, जबकि दूसरे चरण में यह छह प्रतिशत के करीब है।

हालांकि, पहले चरण में महिलाओं (54.4%) की तुलना में पुरुषों (56.8%) ने अधिक मतदान किया।

पुरुषों से ज्यादा महिलाओं ने किया मतदान

बिहार चुनाव में 54.68 प्रतिशत पुरुषों की तुलना में कुल 59.69 प्रतिशत महिलाओं ने मतदान किया। 2015 के विधानसभा चुनाव में भी 59 प्रतिशत से अधिक महिला मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।

पहली बार साल 2010 में महिलाओं ने किया था ज्यादा वोट

2019 के लोकसभा चुनावों में महिला मतदाताओं का मतदान लगभग 60 प्रतिशत था।

पहली बार साल 2010 के विधानसभा चुनाव में महिला मतदाताओं (54.85%) का मतदान पुरुष मतदाताओं (50.70%) की तुलना में अधिक था।

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