
Nepal Violence: नेपाल के हालात पर चर्चा करने के लिए भारत सरकार ने मंगलवार को सुरक्षा पर कैबिनेट समिति की बैठक बुलाई। यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब और हिमाचल प्रदेश के बाढ़ प्रभावित इलाकों के हवाई सर्वेक्षण से लौटने के बाद हुई।
पीएम मोदी ने X पर पोस्ट किया,
आज हिमाचल प्रदेश और पंजाब के दौरे से लौटने के बाद कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक में नेपाल के घटनाक्रम को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। नेपाल में हुई हिंसा हृदयविदारक है। यह जानकर बहुत पीड़ा हुई कि इसमें अनेक युवाओं की जान गई है। नेपाल की स्थिरता, शांति और समृद्धि हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। मैं नेपाल के अपने सभी भाई-बहनों से विनम्र अपील करता हूं कि वे शांति-व्यवस्था बनाए रखें।
इससे पहले विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि भारत नेपाल के घटनाक्रम पर करीब से नजर रखे हुए है। युवाओं की जान जाने से बहुत दुखी है। विदेश मंत्रालय ने कहा,
हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं। हम घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं। एक करीबी दोस्त और पड़ोसी के रूप में हम आशा करते हैं कि सभी संबंधित लोग संयम बरतेंगे और शांतिपूर्ण तरीकों और बातचीत के माध्यम से किसी भी मुद्दे का समाधान करेंगे।
नेपाल सरकार द्वारा 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बैन किए जाने को लेकर सोमवार को उग्र विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। मंगलवार को नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल के इस्तीफा की भी खबर आई। नेपाल में इस समय कोई सरकार नहीं है। सुरक्षा व्यवस्था संभालने के लिए सेना आगे आई है।
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नेपाल में युवाओं का गुस्सा भ्रष्टाचार के खिलाफ फूटा है। हजारों लोग काठमांडू और अन्य शहरों की सड़कों पर उतरे हैं। वे सरकार पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार, बढ़ती असमानता और देश के युवाओं के लिए आर्थिक अवसरों की उपेक्षा का आरोप लगा रहे हैं। विश्व बैंक के अनुसार, पांच में से एक से ज्यादा नेपाली गरीबी में जी रहे हैं। युवा बेरोजगारी दर 22% से ज्यादा है।
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