यूपी पुलिस ने एक 38 वर्षीय व्यक्ति को शादी के नाम पर झांसा देकर करोड़ों रुपये ठगने के आरोप में अरेस्ट किया है। गिरफ्तार व्यक्ति ने कम से कम 300 महिलाओं और युवतियों को अपनी जाल में फंसाया था।
नई दिल्ली। यूपी पुलिस ने शादी का झांसा देकर महिलाओं व युवतियों को ठगने वाले एक नाइजीरियाई को अरेस्ट किया है। दिल्ली में रहने वाले नाईजीरियाई पर युवतियों व महिलाओं को शादी का झांसा देकर करोड़ों रुपये ठगने का आरोप है। खुद को कनाडा में सेटल्ड एनआईआई बताने वाले शख्स ने कम से कम 300 महिलाओं व युवतियों को ठगा है।
कैसे ठगता था नाइजीरियाई शादी के नाम पर?
दरअसल, दिल्ली में रहने वाले नाइजीरियाई युवक ने मैट्रिमोनियल साइट्स पर अपनी प्रोफाइल बना रखी है। प्रोफाइल में नाइजीरियन ने खुद को एनआरआई के रूप में पेश किया था। कनाडा में सेटल्ड एक एनआरआई के रूप में रजिस्ट्रेशन कराने वाले इस ठग ने स्मार्ट युवकों के फोटोज लगा रखे थे। यह अपना नाम साइट पर संजय सिंह बताता था।
कैसे हुआ गिरफ्तार?
शादी के नाम पर ठगी करने वाला नाइजीरियन युवक देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले परिवारों को ठगा था। यूपी के मेरठ की रहने वाली एक महिला की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई की तो पूरा मामला सामाने आया है। मेरठ की रहने वाली पीड़िता ने बताया कि उसने अपनी शादी के लिए मेट्रिमोनियल वेबसाइट पर अपना रजिस्ट्रेशन किया था। जीवनसाथी की तलाश में उसका संपर्क उससे हुआ। वह खुद को भारतीय कनाडाई बताता था। संजय सिंह, अपना नाम उसने बताया था।
नोएडा साइबर अपराध पुलिस स्टेशन के प्रभारी निरीक्षक रीता यादव ने बताया कि मेरठ की रहने वाली युवती के घरवालों से उस व्यक्ति ने विश्वास हासिल किया और भावनात्मक रूप से जुड़ते हुए विभिन्न बैंक खातों में करीब 60 लाख रुपये ठग लिए। रीता यादव ने कहा कि जब मामला पुलिस के पास आया तो एक जांच टीम गठित किया गया। उसके नंबर्स को ट्रैक किया गया।
नाइजीरियाई किशनगढ़ में रहता
पुलिस ने बताया कि गरुबा गलुमजे, नाइजीरिया के लागोस का रहने वाला है। गरुबा (38) दक्षिण दिल्ली के किशन गढ़ इलाके में रह रहा था। उसे नोएडा के साइबर अपराध पुलिस थाने के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया है।
300 महिलाओं को ठगने की बात स्वीकारी
पुलिस ने बताया कि गरुबा ने स्वीकार किया कि उसने 300 से अधिक महिलाओं या युवतियों को झांसा दिया है। उसने विभिन्न लोकप्रिय वेबसाइटों के माध्यम से निशाना बनाया था और करोड़ों की ठगी की थी। सोशल मीडिया और वैवाहिक वेबसाइटों पर उसने स्मार्ट दिखने वाले पुरुषों की प्रोफाइल तस्वीरों का इस्तेमाल किया।
कपड़ों का व्यवसाय करने आया और करने लगा ठगी
पुलिस के मुताबिक, गरूबा पहली बार फरवरी 2019 में छह महीने के वीजा पर मानव बाल और रेडीमेड कपड़ों से जुड़े कारोबार के सिलसिले में भारत आया था। इसके बाद वह फिर 18 मार्च को 22 मई तक मेडिकल वीजा पर भारत आया था। इसके बाद वह यहीं रूका रहा। गरूबा ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा विनिमय सेवाओं के माध्यम से नाइजीरिया में अपने परिवार के सदस्यों को धोखाधड़ी के पैसे हस्तांतरित किए।
गरुबा के पास से इन चीजों को किया बरामद
पुलिस ने गरुबा के पास से एक पासपोर्ट, सात मोबाइल फोन के अलावा बैंक ऑफ थाईलैंड, नेशनल बैंक ऑफ दुबई, इंटरपोल, यूएस डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट और एफबीआई के नाम से जाली पत्र बरामद किए हैं। साइबर सेल ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी 406 (आपराधिक विश्वासघात), 419 (प्रतिरूपण द्वारा धोखाधड़ी) और धारा 420 (धोखाधड़ी) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
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