कोझिकोड मेडिकल कॉलेज की एक टीम ने बुधवार को निपाह वायरस के फैलने या यहां पहुंचने की वजहों की जांच के लिए मरुथोंकारा गांव पहुंची।
Nipah Virus: केरल में एक बार फिर निपाह वायरस कहर बरपाने की शुरूआत कर चुका है। राज्य में बढ़ते निपाह वायरस के मामलों को देखते हुए गुरुवार को सभी एजुकेशनल इंस्टीट्यशन्स को बंद कर दिया गया है। कोझिकोड में वायरस की वजह से दो मौतें हो चुकी है। जबकि एक 9 साल का बच्चा आईसीयू में भर्ती है। राज्य के स्वास्थ्य महकमा की मदद के लिए केंद्रीय निपाह वायरस मैनेजमेंट टीम भी कोझिकोड में पहुंच चुकी है।
बांग्लादेश से आए अमरूद और सुपारी में निपाह वायरस की पुष्टि
कोझिकोड मेडिकल कॉलेज की एक टीम ने बुधवार को निपाह वायरस के फैलने या यहां पहुंचने की वजहों की जांच के लिए मरुथोंकारा गांव पहुंची। यहां गांव की सुपारी और अमरूद के सैंपल लिए। यह सुपारी और अमरूद बांग्लादेश से यहां आयात होकर आए हैं। जांच में पता चला कि बांग्लादेश का ही वेरिएंट ही यहां राज्य में पहुंचा है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जार्ज ने बताया कि निपाह वायरस का यह वेरिएंट बांग्लादेशी है। यह इंसानों से इंसानों में फैलता है और इसका डेथ रेट अधिक है लेकिन यह संक्रामक कम है।
कोझिकोड में 12 दिनों के भीतर दो मौतें
कोझिकोड में निपाह वायरस से दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। दोनों लोग एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पहली मौत 30 अगस्त को हुई तो दूसरी मौत सोमवार 11 सितंबर को हुई। दोनों मौतों के निपाह वायरस की पुष्टि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जांच रिपोर्ट के आधार पर की है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि स्थिति का जायजा लेने और निपाह वायरस प्रबंधन में राज्य सरकार की सहायता के लिए एक केंद्रीय टीम केरल भेजी गई है। टीम गुरुवार को कोझिकोड पहुंच चुकी है। राज्य और केंद्र सरकार मिलकर निपाह वायरस से निपटने में एक-दूसरे की मदद करेंगे। पढ़िए वायरस से निपटने के लिए क्या केरल सरकार है तैयार?