निर्मला सीतारमण ने लगाया तमिलनाडु में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा लाइव बैन का आरोप, डीएमके ने कहा-कोई बैन नहीं

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि नए राम मंदिर में होने वाली पूजा की लाइव स्ट्रीमिंग पर प्रतिबंध लगाकर डीएमके सरकार ने सनातन धर्म का अपमान किया है।

Dheerendra Gopal | Published : Jan 21, 2024 5:05 PM IST

Ram Mandir Pran Pratistha: राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश में उत्सव का माहौल है। केंद्र सरकार और कई राज्य सरकारों ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए आधा दिन या पूरे दिन की छुट्टी कर दी है। पूरे देश में विभिन्न माध्यमों से अयोध्या राम मंदिर से सीधा प्रसारण किया जाएगा। कई सरकारों और सरकारी संस्थानों ने लाइव की व्यवस्था भी की है। लेकिन केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तमिलनाडु सरकार पर लाइव स्ट्रीमिंग पर बैन लगाने का आरोप लगाया है।

सीतारमण बोली-राम मंदिर के पूजा कार्यक्रम के लाइव पर द्रमुक सरकार ने लगाई रोक

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि नए राम मंदिर में होने वाली पूजा की लाइव स्ट्रीमिंग पर प्रतिबंध लगाकर डीएमके सरकार ने सनातन धर्म का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में भगवान राम को समर्पित 200 से अधिक मंदिर हैं लेकिन वहां पर स्टालिन सरकार की पुलिस निजी तौर पर आयोजित मंदिरों को भी कार्यक्रम आयोजित करने से रोक रही है। सीतारमण ने कहा कि वे आयोजकों को धमकी दे रहे हैं कि वे पंडालों को तोड़ देंगे। इस हिंदू विरोधी, घृणित कार्रवाई की वह निंदा करती हैं।

डीएमके सरकार ने आरोपों को किया खारिज

डीएमके सरकार ने उन रिपोर्ट का खंडन किया है जिसमें दावा किया गया है कि सरकार के मौखिक निर्देशों ने मंदिरों में राम के नाम पर विशेष पूजा और मुफ्त भोजन परोसने पर रोक लगा दी है। स्टालिन सरकार ने इसे राज्य सरकार को बदनाम करने वाली प्रेरित रिपोर्ट बताते हुए कहा है कि वह अखबार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी।

तमिलनाडु में 764 हिंदू मंदिरों में रोज लंगर परोसती है सरकार

राज्य सरकार ने कहा कि एमके स्टालिन के शासन में मानव संसाधन और सीई विभाग ने 1,270 मंदिरों का अभिषेक किया है, 764 मंदिरों में प्रतिदिन मुफ्त भोजन परोसा जाता है। इसने लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत से 197 प्राचीन मंदिरों का भी जीर्णोद्धार किया है, जिनमें से कई एक हजार साल पुराने हैं। तमिलनाडु में हिंदू आस्थावान यह जानते हैं, यहां तक कि विपक्ष भी इससे इनकार नहीं कर सकता।

सरकार बोली- कहीं कोई प्रतिबंध नहीं

तमिलनाडु के हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ मंत्री पीके शेखर बाबू ने कहा कि हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग ने तमिलनाडु के मंदिरों में भक्तों को भोजन देने, श्री राम के नाम पर पूजा करने या प्रसाद प्रदान करने की स्वतंत्रता पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और अन्य जैसे कार्यालय में बैठे लोग जानबूझकर इस गलत जानकारी का प्रचार कर रहे हैं।

पीएम मोदी ने किया तमिलनाडु के मंदिरों का दौरा

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार व रविवार को तमिलनाडु के कई ऐतिहासिक मंदिरों में पूजा करने पहुंचे थे। सोमवार को वह अयोध्या में श्रीराम मंदिर में रामलला की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। इस भव्य आयोजन में देश की बालीवुड, खेल, सामाजिक व अन्य क्षेत्र के 6 हजार से अधिक लोगों को आमंत्रित किया गया है।

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