निजामुद्दीन मामले पर भड़के केजरीवाल, कहा, ऐसा करना बिल्कुल गलत, FIR के लिए उपराज्यपाल को पत्र लिखा

अरविंद केजरीवाल ने कहा, 1548 लोग मरकज से निकाले गए हैं। 1107 लोगों को क्वॉरन्टीन किया गया है। उन्होंने कहा, इतने लोगों को एक जगह इकट्ठा नहीं होना चाहिए था। यह गलत है। मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा बंद हैं।  
 

Asianet News Hindi | Published : Mar 31, 2020 12:25 PM IST / Updated: Mar 31 2020, 06:46 PM IST

नई दिल्ली. दिल्ली में कोरोना संक्रमण पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा, अभी तक दिल्ली में 97 कोरोना संक्रमित हैं, जिसमें 24 मामले निजामुद्दीन मरकज के हैं। 41 ने विदेश की यात्रा की है और 22 विदेशी यात्रियों के परिवार के सदस्य हैं। 10 मामलों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।

1548 लोग मरकज से निकाले गए: केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल ने कहा, 1548 लोग मरकज से निकाले गए हैं। 1107 लोगों को क्वॉरन्टीन किया गया है। उन्होंने कहा, इतने लोगों को एक जगह इकट्ठा नहीं होना चाहिए था। यह गलत है। मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा बंद हैं। लोग घर में पूजा कर रहे हैं। ऐसे में एक जगह इतने लोग जुटे, जो बिल्कुल गलत है। 

एफआईआर दर्ज कराने के लिए उपराज्यपाल को लिखा पत्र

केजरीवाल ने कहा, दिल्ली सरकार ने निजामुद्दीन मरकज मामले में एफआईआर दर्ज करने के लिए उपराज्यपाल को पत्र लिखा था। मुझे पूरी उम्मीद है कि वह इस मामले में जल्द ही आदेश देंगे। अगर किसी अधिकारी की ओर से कोई लापरवाही पाई गई तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। 

क्या है निजामुद्दीन मरकज तब्लीगी जमात मामला?

- निजामुद्दीन में 1 से 15 मार्च तक तब्लीगी जमात मरकज का जलसा था। यह इस्लामी शिक्षा का दुनिया का सबसे बड़ा केंद्र है। यहां हुए जलसे में देश के 11 राज्यों सहित इंडोनेशिया, मलेशिया और थाईलैंड से भी लोग आए हुए थे। यहां पर आने वालों की संख्या करीब 5 हजार थी। जलसा खत्म होने के बाद कुछ लोग तो लौट गए, लेकिन लॉकडाउन की वजह से करीब 2 हजार लोग तब्लीगी जमात मरकज में ही फंसे रह गए। लॉकडाउन के बाद यह इकट्ठा एक साथ रह रहे थे। 

- तब्लीगी मरकज का कहना है कि इस दौरान उन्होंने कई बार प्रशासन को बताया कि उनके यहां करीब 2 हजार लोग रुके हुए हैं। कई लोगों को खांसी और जुखाम की भी शिकायत सामने आई। इसी दौरान दिल्ली में एक बुजुर्ज की मौत हो गई। जांच हुई तो पता चला कि वह कोरोना संक्रमित था और वहीं निजामुद्दीन में रह रहा था। तब इस पूरे मामले का खुलासा हुआ। 

- खुलासा होने के बाद तब्लीगी मरकज से लोगों को निकाला गया। जो तब्लीगी मरकज से लौटकर अपने घर गए थे, वे भी कोरोना संक्रमित पाए गए। उनमें 10 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें तेलंगाना में 6, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर में एक-एक व्यक्ति की मौत कोरोना संक्रमण से मौत हुई है।

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