भारत में कोरोना की दूसरी लहर लगातार कमजोर पड़ती जा रही है। हालांकि, कयास लगाए जा रहे हैं कि तीसरी लहर और खतरनाक साबित हो सकती है। इतना ही नहीं यह भी कहा जा रहा है कि इसमें बच्चों के ज्यादा संक्रमित होने की आशंका है। लेकिन इन सबके बीच केंद्र सरकार ने राहत भरा दावा किया है।
नई दिल्ली. भारत में कोरोना की दूसरी लहर लगातार कमजोर पड़ती जा रही है। हालांकि, कयास लगाए जा रहे हैं कि तीसरी लहर और खतरनाक साबित हो सकती है। इतना ही नहीं यह भी कहा जा रहा है कि इसमें बच्चों के ज्यादा संक्रमित होने की आशंका है। लेकिन इन सबके बीच केंद्र सरकार ने राहत भरा दावा किया है।
दरअसल, एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने मंगलवार को कहा कि भारत या दुनिया के किसी भी देश में डेटा को देखें, तो ऐसा कहीं भी नहीं दिखा कि बच्चों में ज्यादा गंभीर संक्रमण फैला हो। ना ही ऐसे कोई सबूत मिले हैं, जिनसे यह कहा जा सके कि तीसरी लहर में बच्चे ज्यादा संक्रमित होंगे।
देश में लगातार घट रहे एक्टिव केस
भारत में तेजी से एक्टिव केस घट रहे हैं। अभी देश में 13 लाख एक्टिव केस हैं। 3 मई को देश में रिकवरी रेट 81.8% था। लेकिन अब देश में रिकवरी रेट भी बढ़कर 94.3% हो गया है। 1 से 7 जून तक पॉजिटिविटी रेट में 6.3% की कमी आई है। उन्होंने कहा कि 7 मई को देश में एक दिन में 4.14 लाख नए केस दर्ज किए गए थे। अब ये एक लाख से भी कम हो गए हैं। पिछले 24 घंटों में देश में 1,82,000 लोग ठीक हुए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 4 मई को देश में 531 ऐसे जिले थे, जहां प्रतिदिन 100 से अधिक मामले दर्ज़ किए जा रहे थे, ऐसे जिले अब 209 रह गए हैं।