Odisha Train Accident: तस्वीरों में देखें कैसे देवदूत बन आए NDRF के जवानों ने चलाया बचाव अभियान, मौत के सन्नाटे में जीवन की आहट खोजता रहा डॉग
बालासोर। ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे (Odisha Train Accident) में 280 लोग मारे गए हैं और 900 घायल हुए हैं। हादसे की सूचना मिलते ही बचाव अभियान के लिए NDRF (National Disaster Response Force) के जवानों को मौके पर भेजा गया।
मलबा हटाने के लिए जरूरी मशीनों से लैस NDRF के जवान देवदूत बनकर आए और बचाव अभियान चलाया।
इस दौरान स्निफर डॉग की मदद ली गई। मौत के सन्नाटे के बीच कुत्ता जीवन की आहट खोजता दिखा।
मलबे में दबे लोगों को बचाने के लिए NDRF ने खोजी कुत्तों का इस्तेमाल किया। ये कुत्ते किसी घायल का पता लगने पर खास संकेत देते हैं, जिसके बाद बचावकर्मी घायल को निकालते हैं।
NDRF के डीजी अतुल करवाल ने कहा कि बालासोर में ट्रेन दुर्घटना में विभिन्न एजेंसियों के बीच उचित समन्वय के साथ बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
अतुल करवाल ने कहा कि SDRF और अन्य एजेंसियों के समन्वय के साथ NDRF की 9 टीमें बचाव अभियान चला रहीं है। इनमें 300 से अधिक बचावकर्मी हैं।
NDRF के डीजी ने बताया कि कई कोच कुचले गए हैं। वहां बुरी हालत है। इन कोचों को काटना और उसमें फंसे लोगों को बाहर लाने के लिए अंदर जाना चुनौती थी।
करवाल ने कहा कि उम्मीद है कि शनिवार शाम तक बचाव अभियान समाप्त हो जाएगा। हम पूरी ताकत के साथ काम कर रहे हैं।