
नई दिल्ली.कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन(Omicron) के चलते जनवरी, 2022 में तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। इस बीच कहा जा रहा है कि यह वैरिएंट दुनिया के 77 देशों तक फैल गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस ए घेब्रेयेसस ने यह जानकारी री। WHO का मानना है कि हो सकता है कि यह दुनियाभर में फैल चुका हो, लेकिन हमें अभी नहीं पता है। ओमिक्रॉन उतनी ही तेजी से फैल रहा है, जैसा कोरोना का पिछला वैरिएंट फैला था। WHO ने कहा कि यह सोचना गलत है कि इससे हल्की बीमारी हो रही है।
बूस्टर को लेकर भी अभी संशय
ओमिक्रॉन के खिलाफ बूस्टर डोज को लेकर भी संशय बना हुआ है। WHO के महानिदेशक ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर कुछ देशों ने पूरी व्यस्क आबादी के लिए बूस्टर डोज पर जोर दिया। हालांकि अभी ऐसा कोई डेटा मौजूद नहीं है, जिससे पता चलता हो कि बूस्टर डोज कितना असरकारक है। हालांकि कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि वैक्सीनेशन इस खतरे को कम कर सकता है। इसी दिशा में भारत लगातार वैक्सीनेशन पर फोकस कर रहा है। भारत में राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान(nationwide vaccination campaign) के तहत 134 करोड़ से अधिक वैक्सीन लगाई जा चुकी हैं। WHO ने कहा कि वो बूस्टर डोज के खिलाफ नहीं है, लेकिन उसकी चिंता हर जगह लोगों की जान बचाने की है। WHO ने वैक्सीन की जमाखोरी को लेकर यह बात कही।
दरअसल, WHO का तर्क है कि बूस्टर डोज के चलते जमाखोरी को बढ़ावा मिलेगा। यह ठीक वैसा होगा, जो इस साल देखा गया था। कोविड के अधिक संक्रामक स्वरूप बी.1.1.1.529 का पहला मामला 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में सामने आया था। दक्षिण अफ्रीका ने WHO को इसके बारे में सूचित किया था। इसके बाद बोत्सवाना, बेल्जियम, हांगकांग, इजरायल, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, नीदरलैंड, जापान, जर्मनी और फ्रांस आदि देशों में भी इसकी पहचान की गई। WHO ओमिक्रॉन को कोरोना वायरस के विभिन्न वैरिएंट में सबसे अधिक खतरनाक मान रहा है। 26 नवंबर को इसे ‘चिंताजनक’ स्वरूप (Variant of Concern) बताते हुए WHO ने ओमिक्रॉन नाम दिया था।
ओमिक्रोन को लेकर भविष्यवाणी
ओमीक्रोन वैरिएंट को लेकर दक्षिण अफ्रीका की एक एक्सपर्ट की भविष्यवाणी चिंताजनक है। SACEMA की निदेशक जूलियट पुलियम के अनुसार भारत में ओमीक्रोन तेजी से फैल सकता है। 'द इकॉनमिक टाइम्स' से बातचीत में पुलियम ने कहा कि पिछले वैरिएंट्स के मुकाबले ओमिक्रोन कहीं ज्यादा तेजी से संक्रमित कर रहा है।
दिल्ली-काठमांडू मैत्री बस सेवा, वैक्सीनेशन या RT-PCR टेस्ट वालों को ही परमिशन
दिल्ली-काठमांडू बस सेवा, जिसे 'मैत्री बस सेवा' के नाम से जाना जाता है, कोविड -19 महामारी के कारण लगभग 19 महीने तक निलंबित रहने के बाद बुधवार (15 दिसंबर) से फिर से शुरू हुई। दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) ने घोषणा की। इसमें वे ही यात्री सफर कर पाएंगे, जिन्होंने कोविड-19 वैक्सीन की दोनों खुराक ले ली हों या उनके पास आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट हो। रूट पर पहली बस बुधवार सुबह 10 बजे अंबेडकर बस टर्मिनल से चलेगी। इसके बाद प्रत्येक सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को बस इसी टर्मिनल से काठमांडू के लिए प्रस्थान करेगी। काठमांडू से दिल्ली के लिए वापसी की बस मंगलवार, गुरुवार और शुक्रवार को चलेगी। यात्रा का किराया लगभग ₹2,800 है, जो महामारी से पहले ₹2,300 था।
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