अफ्रीकी देश सूडान (Sudan Crisis) से भारतीयों को निकालने के लिए ऑपरेशन कावेरी चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत अब तक 3800 भारतीयों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।
Operation Kaveri. ऑपरेशन कावरे के तहत भारत सरकार ने सूडान से अपने 3800 नागरिकों को सुरक्षित निकालने में सफलता पाई है। सूडान के हिंसाग्रस्त खारतूम शहर से चलाया गया रेस्क्यू ऑपरेशन सबसे खतरनाक रहा। भारतीय वायुसेना के सी-130 जे फ्लाइट से 47 भारतीयों का दल जेद्दाह से दिल्ली की प्लेन में सवार हुआ। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि ऑपरेशन कावेरी के तहत अभी तक 3800 भारतीयों को सूडान से बाहर निकाला गया है।
ऑपरेशन कावेरी: भारत चला रहा सफल अभियान
भारत सरकार द्वारा ऑपरेशन कावेरी के तहत गुरूवार को 192 यात्रियों को सूडान से अहमदाबाद पहुंचाया गया। इन यात्रियों को एयरफोर्स के विमान सी-17 एयरक्राफ्ट से अहमदाबाद पहुंचाया गया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया कि दो बैच में 18 यात्रियों को चेन्नई और बेंगलुरू की फ्लाइट में बोर्ड किया गया। मंत्रालय के अनुसार 3584 यात्रियों को संकटग्रस्त सूडान से भारत पहुंचाया जा चुका है जबकि कुछ यात्री जेद्दाह एयरपोर्ट से भारत लाए जाने की तैयारी कर रहे हैं।
ऑपरेशन कावेरी के 10 दिन पूरे हुए
भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन कावेरी के 10 दिन पूरे हो चुके हैं। इस ऑपरेशन में भारतीय नौसेना के 5 जहाज और वायुसेना के 16 विमानों का उपयोग किया जा रहा है। एयरफोर्स के विमानों को सूडान के मिलिट्री एयरबेस वादी सैयदना से ऑपरेट किया जा रहा है। सूडान में सूडानी सेना और पैरामिलिट्री फोर्सेस के बीच जंग जैसे हालात बन गए हैं। शुरूआती हिंसा के बाद वहां सीजफायर का ऐलान किया गया है।
भारत द्वारा चलाए गए 11 बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन
क्यों चलाना पड़ रहा है ऑपरेशन कावेरी?
अफ्रीकी देश सूडान में पैरामिलिट्री फोर्सेज और सूडानी सेना के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए हैं। दोनों के बीच भीषण संघर्ष छिड़ने के बाद देश में हालात काफी बिगड़ चुके हैं। फिलहाल सीजफायर का ऐलान किया गया है। भारत सरकार ने सूडान में रहने वाले भारतीयों को निकालने के लिए ऑपरेशन कावेरी चलाया है। इसमें भारतीय नौसेना, वायुसेना और आर्मी की मदद ली जा रही है।
यह भी पढ़ें