
Operation Sindoor debate live: संसद में सोमवार से ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा हो रही है। दो दिनों तक लोकसभा में हुई चर्चा के बाद बुधवार को राज्यसभा में चर्चा शुरू हुई। राज्यसभा में नेता सदन जेपी नड्डा ने बहस की शुरूआत करते हुए कांग्रेस (Congress) पर तीखा हमला बोला। जेपी नड्डा ने कहा कि जो आज पहलगाम हमले (Pahalgam Terror Attack) पर सवाल उठा रहे हैं, वे खुद अपने कार्यकाल में आतंकियों को कोई जवाब नहीं दे पाए थे।
जेपी नड्डा ने कहा कि एक झूठा नैरेटिव फैलाया जा रहा है कि भारत अकेला है, लेकिन हकीकत ये है कि दुनिया के 61 राष्ट्राध्यक्षों और 35 विदेश मंत्रियों ने हमले की निंदा की और भारत के साथ एकजुटता दिखाई। UN, QUAD, BRICS जैसे सभी बड़े मंच भारत के साथ खड़े रहे।
बीजेपी अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मधुबनी, बिहार में दिए बयान को याद दिलाते हुए कहा कि 13 दिन के अंदर भारत ने 300 किमी अंदर घुसकर 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया और 22 मिनट में बदला लिया। ये है नया भारत।
जेपी नड्डा ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली UPA सरकार के समय हुए आतंकी हमलों की फेहरिस्त गिनाते हुए कहा कि जौनपुर में 2005 में श्रमजीवी एक्सप्रेस ब्लास्ट हुआ। हरकत-उल-जिहाद का हमला था 14 मरे, कोई जवाब नहीं। 2006 में मुंबई लोकल ट्रेन बम धमाके में 209 मरे, 700 घायल, सिर्फ ज्वाइंट एंटी-टेररिज्म मीटिंग्स हुईं, कार्रवाई नहीं। 2008 में जयपुर धमाके के बाद भी भारत-पाकिस्तान के बीच ‘विशेष विश्वास बहाली उपाय’ तय किए गए।
उन्होंने कहा कि तब भारत में खून बह रहा था और कांग्रेस सरकार पाक के साथ बिरयानी खा रही थी। LOC पार करने के लिए ट्रिपल एंट्री परमिट तक दिया गया।
जेपी नड्डा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि 2005 के दिल्ली सीरियल बम धमाके, 2006 वाराणसी ब्लास्ट – सब पर कांग्रेस सरकार ने चुप्पी साधी। आतंक, व्यापार और पर्यटन साथ-साथ चलते रहे। उन्होंने विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि आज जब भारत ने निर्णायक कदम उठाया है, आतंकियों को उनके घर में घुसकर मारा है, तब भी आप सवाल उठा रहे हैं? तब तो आप चुप थे, अब क्यों बोल रहे हैं?