
Jaish-e-Mohammed Strike: भारतीय सेना ने आधी रात को "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। ये हमले पूरी तरह गोपनीय और सटीक रणनीति के तहत किए गए।
हमलों के प्रमुख लक्ष्य थे – बहावलपुर (जहां जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर का घर है), मुरीदके, गुलपुर, भीमबर, चकमरू, कोटली, सियालकोट के पास एक शिविर और मुजफ्फराबाद में दो आतंकी बेस।
सेना के मुताबिक इस मिशन में कम से कम 23 लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। मिसाइल हमलों से आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप और लॉजिस्टिक बेस पूरी तरह नष्ट कर दिए गए।
भारतीय सेना ने साफ किया कि यह सैन्य कार्रवाई केवल आतंकवादी ढांचे को खत्म करने के लिए की गई है। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया। यह हमला "गैर-उत्तेजक और मापा हुआ" था।
यह हमला उस आतंकी घटना के दो हफ्ते बाद किया गया जिसमें पहलगाम में भारतीय जवानों की जान गई थी। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 अप्रैल को हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में सेना को "पूर्ण ऑपरेशनल स्वतंत्रता" दी थी।
सूत्रों के अनुसार, यह पूरा ऑपरेशन भारत के शीर्ष रक्षा अधिकारियों की निगरानी में हुआ। पीएम मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ "करारा जवाब देने" के राष्ट्रीय संकल्प को दोहराया।
सेना ने मिसाइल हमलों को बेहद सटीक, लक्षित और रणनीतिक बताया। यह एक बार फिर साबित करता है कि भारत आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा।