कोरोना संक्रमण के खिलाफ भारत में छेड़े गए 'महायुद्ध' को देश-दुनिया से बहुत मदद मिल रही है। स्थानीयस्तर पर जहां औद्योगिक घराने अपने स्तर पर ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, दवाएं और मेडिकल इक्विपमेंट्स को लेकर मदद कर रहे हैं, वहीं भारत के पड़ोसी मित्र भी लगातार मदद पहुंचा रहे हैं। शुरुआत में संक्रमण के कारण देश की स्वास्थ्य सेवाओं पर बुरा असर पड़ा था, लेकिन अब लगातार स्थितियों में सुधार हो रहा है। आइए जानते हैं कि महामारी के खिलाफ चल रहे महाअभियान में भारत को कहां-कहां से मदद मिल रही है...
नई दिल्ली. मुसीबत के समय ही मित्रों और अपनों की पहचान होती है। कोरोना संक्रमण में भारत यह अच्छे से देख रहा है। भारत को दुनियाभर से मदद मिल रही है। कोरोना संक्रमण के खिलाफ भारत में छेड़े गए 'महायुद्ध' को देश-दुनिया से बहुत मदद मिल रही है। स्थानीयस्तर पर जहां औद्योगिक घराने अपने स्तर पर ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, दवाएं और मेडिकल इक्विपमेंट्स को लेकर मदद कर रहे हैं, वहीं भारत के पड़ोसी मित्र भी लगातार मदद पहुंचा रहे हैं। शुरुआत में संक्रमण के कारण देश की स्वास्थ्य सेवाओं पर बुरा असर पड़ा था, लेकिन अब लगातार स्थितियों में सुधार हो रहा है।
जानते हैं ताजा अपडेट कि देश-दुनिया से क्या-क्या मदद मिल रही है...
उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया-मुरादाबाद मंडल में 3 ऑक्सीजन प्लांट पहले से थे, 8 नए स्वीकृत किए गए हैं। PM केयर फंड से प्रदेश के 61 जिलों के लिए ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत किए गए हैं। मुरादाबाद मंडल में सोमवार से वैक्सीनेशन 18 से अधिक आयु वर्ग के लिए शुरू की जाएगी। हम प्रदेश में सवा दो लाख से ढाई लाख टेस्ट प्रतिदिन कर रहे हैं, उत्तर प्रदेश देश में सर्वाधिक टेस्ट करने वाला राज्य है।
दिल्ली: कोरोना संक्रमण के बीच अस्पतालों में अपने परिजनों का इलाज करा रहे लोगों के लिए दिल्ली भाजपा संगठन ने राम मनोहर लोहिया अस्पताल के बाहर लोगों के लिए खाने की व्यवस्था की। दिल्ली BJP अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने बताया,"दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों के बाहर हम भोजन सुविधा देंगे।"
जम्मू-कश्मीर: श्रीनगर में कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच प्रशासन ने हज हाउस को कोविड केयर सेंटर में बदल दिया है। ADC श्रीनगर ने बताया, "इस कोविड केयर सेंटर में ऑक्सीजन बैकअप की भी सुविधा है और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी दिए गए हैं। मेडिकल लोगों की भी तैनाती की गई है।"
छत्तीसगढ़: स्वास्थ्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया-आज 18-45 साल के बीच के लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू किया गया। हमने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को 50 लाख वैक्सीन और भारत बायोटेक को 25 लाख वैक्सीन की डोज़ देने के लिए बोला है। दो डोज़ के लिए हमे करीब ढाई करोड़ वैक्सीन लगेगी।
एयर वाइस मार्शल एम रानाडे ने बताया-IAF ने 12 हैवी लिफ्ट और 30 मीडियम लिफ्ट एयरक्राफ्ट सहित COVID राहत कार्यों के लिए 42 परिवहन विमान तैनात किए हैं। ये विदेशों से राहत कर्मियों और सामग्री में लाने के लिए उपयोग किए जा रहे हैं। अब तक हमने लगभग 75 ऑक्सीजन कंटेनरों को लिफ्ट किया है।
सशस्त्र बलों की मदद: नई दिल्ली, पटना, अहमदाबाद, लखनऊ में डीआरडीओ द्वारा स्थापित अस्पतालों और वाराणसी जैसे कई अन्य क्षेत्रों में बनने वाले ऐसे अस्पतालों में सशस्त्र बलों के 500 से अधिक डॉक्टर और नर्स अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
सेना के पूर्व डॉक्टरों की ई-संजीवनी पर ओपीडी सेवा: सेना के पूर्व डॉक्टर अब भारत के सभी नागरिकों के लिए ई-संजीवनी ओपीडी पर ऑनलाइन परामर्श सेवा दे रहे हैं। ई-संजीवनी ओपीडी भारत सरकार का प्रमुख टेलीमेडिसिन प्लेटफ़ॉर्म है, जिसे सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ़ एडवांस कंप्यूटिंग (सी-डैक), मोहाली, भारत सरकार के तत्वावधान में विकसित किया गया है।
ऑक्सीजन एक्सप्रेस: देश के विभिन्न राज्यों को 185 टैंकरों से 2960 मीट्रिक टन से अधिक तरल मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई।
ओडिशा के खुर्दा जिले में 150 बिस्तरों वाला कोविड केयर सेंटर: भारतीय नौसेना द्वारा ओडिशा के खुर्दा जिले में कोविड मरीजों की देखभाल के लिए ओडिशा के नौसेना प्रभारी की देखरेख में अपने प्रशिक्षण केंद्र आईएनएस चिल्का में कोविड देखभाल केंद्र की स्थापना की है। इस आइसोलेशन केंद्र में 150 बिस्तर उपलब्ध हैं।
सेना ने की मदद: भारतीय सेना की पश्चिमी कमान ने बताया-एम्बुलेंस की कमी को दूर करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में पॉलीक्लिनिक्स में 8 एम्बुलेंस दी हैं।
उत्तरी आयरलैंड: यहां के बेलफास्ट से 18 टन के तीन ऑक्सीजन यूनिट प्लांट और 1,000 वेंटिलेटर लेकर दुनिया का सबसे बड़ा मालवाहक विमान (Cargo plane) भारत पहुंच रहा है। ब्रिटिश सरकार ने इसकी पुष्टि की है। लोडिंग वहां के स्वास्थ्य मंत्री रोबिन स्वान बेलफास्ट की मौजूदगी में हुई। बता दें कि एंटोनाव-124 कार्गो प्लेन में जीवन रक्षक दवाएं लोड करने के लिए कर्मचारियों ने दिन-रात एक कर दिए। कॉमनवेल्थ और डेवलपमेंट ऑफिस (FCDO) ने सप्लाई के लिए फंडिंग की है। यह विमान 9 मई की सुबह दिल्ली पहुंचेगा। तीनों ऑक्सीजन प्लांट प्रति मिनट 500 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन कर सकते हैं। इससे एक समय में 50 मरीजों को ऑक्सीजन मिल सकती है। बता दें कि ब्रिटेन ने इससे पहले भारत को 200 वेंटिलेटर और 495 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर भेजे थे।
इजरायल: यहां से मेडिकल सामग्री लेकर एक विमान IAF-17 भारत पहुंच रहा है।
अमीरात: यहां से शनिवार सुबह रेमेडिसिविर की 25600 शीशियां लेकर एक विमान भारत पहुंचा।
सिंगापुर: यहां से मेडिकल सामग्री लेकर एक विमान IL-76 शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के पनागढ़ में उतरा।
हैदराबाद: यहां के एक स्टार्टअप ने एक सस्ता ऑक्सीजनेटर बनाया है। स्टार्टअप के सह संस्थापक प्रवीण गोरकवी ने बताया किया यह उन लोगों की आवश्यकता को पूरा करने के लिए विकसित किया गया है, जो ऑक्सीजन कंसंट्रेटर नहीं खरीद सकते हैं। यह करीब 12 घंटे या एक साथ 2 रोगियों के लिए ऑक्सीजन प्रदान करता है।
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