Pahalgam Terror Attack: 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। आतंकियों की इस बर्बरता के 9 दिन हो गए लेकिन अभी तक वे फरार हैं। अब सूचना आ रही है कि पहलगाम के आतंकी भेड़िए घाटी में ही घूम रहे हैं। सेना और पुलिस की भारी सर्च ऑपरेशन के बावजूद चारों हमलावर अभी तक शिकंजे में नहीं कसे जा सके हैं। NIA सूत्रों के अनुसार, ये आतंकी ‘आत्मनिर्भर’ हैं, यानि अपने साथ राशन और तकनीकी उपकरण लेकर निकले थे। इनके पहलगाम के घने जंगलों में छिपे होने की आशंका जतायी जा रही।
एनआईए ने किया बड़ा खुलासा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बताया कि हमलावर हमले से कम से कम 48 घंटे पहले बाइसरण घाटी (Baisaran Valley) में मौजूद थे। ये इलाका खूबसूरत और लोकप्रिय टूरिस्ट स्पॉट है लेकिन हमले वाले दिन वहां सेना की कोई खास मौजूदगी नहीं थी। इससे पहले आतंकियों ने अरु और बेटाब घाटियों की रेकी की थी लेकिन सुरक्षा के चलते उन्होंने बाइसरण को चुना।
हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने एक हाईलेवल मीटिंग में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, NSA अजीत डोभाल और CDS जनरल अनिल चौहान के साथ मिलकर समीक्षा की। पीएम ने सेना को स्पष्ट निर्देश दिया है कि वह जवाबी सैन्य कार्रवाई (Military Response) की पूरी तैयारी करे।
खुफिया एजेंसियों को शक है कि आतंकियों के पास एडवांस सेटेलाइट फोन और बिना SIM वाले एन्क्रिप्टेड कम्युनिकेशन डिवाइस थे जिससे उनका ट्रैक करना बेहद मुश्किल हुआ। कम से कम तीन सैटेलाइट फोन इस्तेमाल में लाए गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आतंकियों ने पुरुष पीड़ितों को इस्लामी आयतें सुनाने को कहा और न सुनाने पर उन्हें पॉइंट-ब्लैंक रेंज से गोली मारी। एक पीड़िता के अनुसार, उसके पति की हत्या के बाद एक आतंकी ने कहा कि जा, मोदी को बता देना।
26 मृतकों में एक भारतीय नेवी अधिकारी भी शामिल थे जो अपनी नई शादी के बाद हनीमून पर आए थे। एक बुजुर्ग आंध्र प्रदेश से थे, तो एक अन्य कर्नाटक के पारिवारिक व्यक्ति थे जो रहम की भीख मांगते रहे।
भारत ने हमले के बाद पाकिस्तान के नागरिकों को निष्कासित किया और सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) को निलंबित कर दिया। जवाब में पाकिस्तान ने भी भारतीयों को निष्कासित कर दिया और शिमला समझौता (Simla Agreement) रद्द कर दिया। दोनों देशों ने एक-दूसरे के विमानों के लिए एयरस्पेस बंद कर दिया है।