पाकिस्तान ने अपने जेलों में बंद 80 भारतीय मछुआओं को रिहा किया है। तूफान के दौरान ये गलती से सीमा पार कर पाकिस्तानी जल क्षेत्र में चले गए थे।
अमृतसर। पाकिस्तान ने दिवाली के मौके पर भारत को अनोखा गिफ्ट दिया है। पाकिस्तान ने अपने जेल में बंद 80 भारतीय मछुआरों को रिहा कर दिया है। ये मछुआरे तूफान के दौरान गलती से पाकिस्तानी जल क्षेत्र में चले गए थे।
भारतीय सेना के अधिकारियों ने सभी 80 मछुआरों को पंजाब के अमृतसर के अटारी-वाघा सीमा पर रिसीव किया। पाकिस्तान द्वारा छोड़े गए मछुआरों ने अपनी आपबीती सुनाई है। इसके साथ ही पाकिस्तान के जेलों में बंद 184 अन्य भारतीय मछुआरों को छुड़ाने के लिए भारत सरकार से अपील की है।
तूफान के दौरान गलती से चले गए थे सीमा पार
पाकिस्तान ने शुक्रवार को 80 भारतीय मछुआरों को आजाद किया था। इन्हें तूफान के दौरान गलती से सीमा पार करने के बाद पाकिस्तानी नौ सेना ने गिरफ्तार किया था। एक मछुआरे ने कहा, "तूफान आने के चलते गलती से हम सीमा पार चले गए थे। हम जेल में तीन साल रहे। हमारे समूह में 12 लोग थे। सभी पाकिस्तान से लौट गए हैं। 184 और मछुआरे वहां की जेलों में बंद हैं। सरकार से मेरा निवेदन है कि उन्हें जल्द देश लाया जाए। उनमें से कई बीमार हैं और कई तरह की परेशानियों का सामना कर रहे हैं।"
पाकिस्तानी नौसेना ने किया था गिरफ्तार
एक अन्य मछुआरे ने कहा, "हमें पता ही नहीं चला था कि सीमा पार चले गए हैं। पाकिस्तानी नौसेना आई और हमें गिरफ्तार कर लिया। करीब तीन साल, तीन महीने जेल में रहने के बाद मैं लौटा हूं। सरकार से मेरा निवेदन है कि हमारी नौकाओं को लौटाने की व्यवस्था की जाए। वे बहुत महंगे हैं।"
मछुआरों ने कहा कि उनकी नावें बहुत महंगी हैं। ये हमारी आजीविका का स्रोत हैं। रिहा किए गए 80 लोगों में से 77 गुजरात से हैं। पाकिस्तान और बलूच के मछुआरों के राष्ट्रीय संघ पीएफएफ ने कहा कि कराची स्थित एक गैर सरकारी संगठन ईधी फाउंडेशन ने कराची से लाहौर तक भारतीय मछुआरों की ट्रेन यात्रा की व्यवस्था की।