बिहार के पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में भी अब गुटखा और पान मसाला की बिक्री पर रोक लगा दी है। पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में 7 नवंबर से गुटखा और पान मसाला समेत सभी तंबाकू पदार्थों की खरीद-बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। स्वास्थ्य के लिए हानिकारक गुटखा, पान-मसाला में निकोटिन की मात्रा अधिक पाई जाती है। जिसके कारण केंसर के अलावा और भी कई बिमारी होती है। राज्य खाद्य सुरक्षा की तरफ से जारी निर्देश में कहा गया है कि पान-मसाला, गुटखा की खरीद-बिक्री पर प्रतिबंध के साथ ही मैन्यूफैक्चरिंग पर भी एक साल के लिए रोक लगा दी है
कोलकाता. बिहार के पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में भी अब गुटखा और पान मसाला की बिक्री पर रोक लगा दी गई है। पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में 7 नवंबर से गुटखा और पान मसाला समेत सभी तंबाकू पदार्थों की खरीद-बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। स्वास्थ्य के लिए हानिकारक गुटखा, पान-मसाला में निकोटिन की मात्रा अधिक पाई जाती है। जिसके कारण केंसर के अलावा और भी कई बिमारी होती है। राज्य खाद्य सुरक्षा की तरफ से जारी निर्देश में कहा गया है कि पान-मसाला, गुटखा की खरीद-बिक्री पर प्रतिबंध के साथ ही मैन्यूफैक्चरिंग पर भी एक साल के लिए रोक लगा दी है।
जारी अधिसूचना में कहा गया है कि...
स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि निकोटीनयुक्त किसी भी चीज का निर्माण, भंडारण और बिक्री करने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पश्चिम बंगाल में गुटका पर ममता बनर्जी सरकार ने पहली बार प्रतिबंध अप्रैल 2011 में लगाया था।
राज्यसभा सांसद ने इस फैसले का स्वागत किया
राज्य सरकार के इस फैसले और प्रतिबंद को बढ़ाने का टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रॉयन ने स्वागत किया है। डेरेक ओ ब्रायन ने अपने ट्वीट में कहा, '2013 से पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में गुटका और पान मसाला बनाने, स्टोरेज, वितरण करने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा रखा है। अब इसे एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है। हम सबके लिए ये अच्छा है।'