परीक्षा पे चर्चाः PM मोदी के यह 15 मंत्र आपके भी जीवन को बदल सकता

पीएम मोदी ने देश और विदेश के लाखों स्टूडेंट्स से परीक्षा पे चर्चा की। परीक्षा पे चर्चा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने छात्रों को एक सफल और खुशहाल जीवन जीने का मंत्र दिया। अपने अनुभव साझा किए। पीएम का यह मंत्र केवल इन छात्रों के लिए ही नहीं बल्कि हर उम्र वय के लोगों के जीवन के खुशहाल जीवन का मूलमंत्र साबित हो सकता है। 

Asianet News Hindi | Published : Apr 7, 2021 4:39 PM IST / Updated: Apr 07 2021, 10:10 PM IST

नई दिल्ली। पीएम मोदी ने देश और विदेश के लाखों स्टूडेंट्स से परीक्षा पे चर्चा की। परीक्षा पे चर्चा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने छात्रों को एक सफल और खुशहाल जीवन जीने का मंत्र दिया। अपने अनुभव साझा किए। पीएम का यह मंत्र केवल इन छात्रों के लिए ही नहीं बल्कि हर उम्र वय के लोगों के जीवन के खुशहाल जीवन का मूलमंत्र साबित हो सकता है। 

1- आप जो पढ़ते हैं वह आपने जीवन में सफलता या असफलता का पैमाना नहीं हो सकता। आप जो जीवन में करेंगे वह आपकी सफलता और असफलता को तय करेगा। 

2- नए का हमेशा खुलेमन से स्वागत करिए। किसी भी नई चीज को समझने, सीखने की कोशिश करिए, खुले मन से चर्चा करिए। जड़ता को खत्म कर खुद को बदलने के लिए हमेशा तैयार रहिए। 

3-सपनें ही हमारी सफलता-असफलता तय करते हैं। अगर सपना में खोकर सोते-बैठे रहे तो सफलता नहीं मिलेगी। सफलता के लिए आपको अपने सपने के लिए संकल्प लेना होगा, उस दिशा में काम करना होगा। 

4-आप जो कह रहे या कहेंगे, संभव है उसका अनुसरण कोई न करे लेकिन आप जो करते हैं उसपर सभी ध्यान देते हैं।

5- खाली समय सौभाग्य है, खाली समय खजाना है। जीवन में खाली समय का भी पल होना चाहिए नहीं तो जीवन रोबोट बनकर रह जाएगा।

6- जो जीवन में बहुत सफल हैं वह हर विषय में पारंगत नहीं है लेकिन किसी भी एक विषय या क्षेत्र में विशिष्टता है। 

7- किसी भी समस्या का समाधान डर से नहीं किया जा सकता। कोई समस्या जीवन से बड़ी नहीं हो सकती। 

8- आपके जीवन में आने वाला हर एक व्यक्ति महत्वपूर्ण है, इनका महत्व समझने वाला ही आगे बढ़ता है।

9- भूतकाल में खोने की बजाय नवागत का स्वागत कीजिए, जीवन आनंदमय हो जाएगा

10- हम अपने बच्चों में जो संस्कार डालते हैं वही समाज का सामूहिक संस्कार तय करता है।

11- किसी के मन में उतरने के लिए अपनी बातों को थोपने की बजाय उसके मन की सुनिए। 

12- दुनिया क्या कहेगी, दोस्त क्या कहेंगे, घरवाले क्या कहेंगे...यह डर और तनाव की वजह है।

13- किताबें पढ़ने, फिल्में देखने का मौका नहीं छोड़ना चाहिए, यह जीवन को सहज करते हैं। 

14- एक दूसरे की कमियों-रूचियों पर बातकर हम जनरेशन गैप को खत्म कर जीवन को आनंदमयी बना सकते।

15- किसी की खुशियों में शामिल हो जाएं, आपको उससे दुगुनी खुशी मिलेगी। 

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