संसद में धुआं का गुबार छोड़ दहशत फैलाने का मास्टर माइंड का मिला लोकेशन, गुरुग्राम में की प्लानिंग, मैसूर सांसद से हासिल किया पास

बुधवार 13 दिसंबर को संसद पर हमले की बरसी थी। इस दिन संसद सत्र के दौरान लोकसभा में एक बार फिर सांसदों को डराने की कोशिश की गई।

Parliament Smoke scare: संसद भवन हमले की बरसी के दिन लोकसभा में पीले धुएं वाले कनस्तर को खोले जाने वाली घटना का आरोपी अभी भी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका है। कथित मास्टरमाइंड ललित झा को पुलिस के अनुसार आखिरी बार नीमराणा शहर में देखा गया। यह शहर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से करीब 125 किलोमीटर दूर है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, ललित झा लगातार अपना लोकेशन बदल रहा है और भाग रहा है।

दरअसल, बुधवार 13 दिसंबर को संसद पर हमले की बरसी थी। इस दिन संसद सत्र के दौरान लोकसभा में एक बार फिर सांसदों को डराने की कोशिश की गई। लोकसभा सत्र के दौरान दो लोगों ने सदन के अंदर पीले धुएं वाले कनस्तर खोले और पूरे सदन में अफरातफरी मच गई। उधर, एक युवक व एक युवती संसद के बाहर तानाशाही के खिलाफ नारे लगाते हुए लाल और पीले रंग के धुएं वाले कनस्टरों को खोलकर अपना विरोध दर्ज कराया। अचानक हुए इस वारदात से संसद के अंदर से लेकर बाहर तक अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। देखते ही देखते सांसद इधर उधर छुपने लगे। पूरे संसद की सिक्योरिटी हाई अलर्ट पर आ गई।

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तो ललित झा है इस घटना का मुख्य साजिशकर्ता

पुलिस ने संसद के अंदर और बाहर विरोध दर्ज कराए सभी चारों लोगों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस सूत्रों की मानें तो प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 13 दिसंबर को उनके द्वारा धुआं उड़ाकर सबको दहशत में लाने का निर्णय ललित झा ने लिया था। ललित झा के निर्देश पर ही उन लोगों ने 13 दिसंबर को घटना को अंजाम दिया। 13 दिसंबर महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि इसी दिन करीब 22 साल पहले संसद पर हमला हुआ था। पाकिस्तान फंडेड आतंकवादियों के संसद पर किए गए हमले में 9 जानें गई थी।

भगत सिंह से प्रभावित बताया जा रहा ललित झा

ललित झा, मूलत: कोलकाता का रहने वाला है। वह पेशे से शिक्षक है और महान क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह से प्रभावित बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि ललित झा और उनकी टीम कुछ ऐसा करना चाहती थी कि जिससे पूरे देश का ध्यान उनकी ओर जाए। इसलिए भगत सिंह की तरह संसद में दहशत फैलाने का निर्णय लिया। हालांकि, यह बात अभी सामने नहीं आ सकी है कि उनका किसी भी आतंकी ग्रुप से कोई संबंध है।

घटना से पहले सभी मिले और फिर प्लान्ड तरीके से किया काम

पुलिस की मानें तो घटना को अंजाम देने के पहले ललित झा, गुरुग्राम स्थित विक्की शर्मा के घर पर अपने साथियों, जिनकी पहचान सागर शर्मा और डी मनोरंजन (लोकसभा के अंदर) और नीलम देवी और अमोल शिंदे (संसद के बाहर) के रूप में हुई है, से मिला। इसके बाद वह लोग तय कार्यक्रम के अनुसार निकल गए।

बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के ऑफिस से पास का किया जुगाड़

ललित झा की टीम के छह सदस्य संसद के अंदर जाकर सदन में धुआं-धुआं करना चाहते थे। लेकिन बताया जा रहा है कि केवल सागर शर्मा और मनोरंजन ही पास हासिल कर सके। दरअसल, यह पास उनको बीजेपी के सांसद प्रताप सिम्हा के ऑफिस से रिक्वेस्ट पर जारी हुआ था। मैसूरु से बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा ने लोकसभा सचिवालय को रिक्वेस्ट भेजा था। यहां से पास जारी किया गया। हालांकि, सांसद ने किसी भी आरोपी से संबंध होने से इनकार किया है।

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