पीएम मोदी ने सोमवार की शाम को देशवासियों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने वैक्सीन खरीदी में राज्यों को आ रही दिक्कतों को देखते हुए पुरानी व्यवस्था बहाल करने की घोषणा की है। पीएम ने यह ऐलान किया कि अब केंद्र सरकार 75 प्रतिशत वैक्सीन की खरीद करेगी और बिना भेदभाव के सबको फ्री में वैक्सीन लगवाएगी। हालांकि, जो वैक्सीन प्राइवेट में लगवाना चाहता है उनको प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन लगवाने की छूट रहेगी। केंद्र ने प्रोडक्शन का 25 प्रतिशत वैक्सीन प्राइवेट अस्पतालों को सीधे खरीदने की व्यवस्था को बरकरार रखी है।
पीएम मोदी ने ऐलान किया कि गरीबों को दीपावली तक मुफ्त राशन दिया जाएगा। इस योजना से देश के 80 करोड़ गरीबों को लाभ मिलेगा।
05:34 PM (IST) Jun 07
पीएम मोदी बोलेः भारत कोरोना से जीतेगा। हम सभी देशवासी कोरोना की जंग जीतेंगे। इन्हीं शुभकामनाओं सहित आप सबको धन्यवाद।
05:31 PM (IST) Jun 07
पीएम मोदी ने कहा कि आठ महीने तक 80 करोड़ देशवासियों को मुफ्त राशन दिया गया। आज सरकार ने फैसला लिया है कि इस बार भी दीपावली तक सभी गरीबों को तय मात्रा में फ्री अनाज उपलब्ध होगा।
05:28 PM (IST) Jun 07
केंद्र सरकार ने व्यवस्था बनाई है कि हर राज्य को कुछ दिन पहले ही बताया जाएगा कि उसको कितनी डोज मिलने वाली है।
05:26 PM (IST) Jun 07
जब वैक्सीन खरीदने में राज्यों को दिक्कतें हुई तो सबने केंद्र से एकमत होकर खरीदने की मांग किए। अब केंद्र सरकार ने निर्णय लिया कि वह 75 प्रतिशत वैक्सीन खरीदेगी। अब सभी लोगों को फ्री वैक्सीन लगाई जाएगी। इसमें सभी वर्ग शामिल हैं। 25 प्रतिशत प्राइवेट अस्पताल सीधे ले सकेंगे वैक्सीन।
05:22 PM (IST) Jun 07
पहली वेव में जब कोरोना कम होने लगी तो भारत सरकार पर सवाल होने लगे। वैक्सीन खरीदने और लाकडाउन तक के लिए राज्य सरकार अपना अधिकार मांगने लगे। दूसरी वेव में जब देश आगे बढ़ रहा था। वैक्सीन हम लगवा रहे थे और लोग लगवा भी रहे थे तो कई राज्यों ने सवाल उठाए। सब राज्य वैक्सीन की खरीदी से लेकर उम्र तय करने का भी अधिकार चाहने लगे। फिर हमने तय किया कि राज्य सरकार अगर चाहती है कि उनको वैक्सीन खरीद करना चाहिए। 1 मई से हमने राज्यों को 25 प्रतिशत काम उनके हवाले कर दिया। तब पता लगा कि वैक्सीन खरीदने में क्या दिक्कतें आ रही है।
05:17 PM (IST) Jun 07
पीएम मोदी ने कहा कि अगर हमने प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन नहीं किया होता तो सोचिए क्या होता। बुजुर्गाें, डाॅक्टर्स, नर्सेस, फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्राथमिकता एक्सपर्ट की राय पर दिया। वैक्सीन फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थवर्कर्स को पहले दिया तभी वह आपके लिए काम कर सके।
05:15 PM (IST) Jun 07
आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत मिशन कोविड के लिए वैक्सीन के लिए हजारों करोड़ दिए। आने वाले दिनों में वैक्सीन की सप्लाई बढ़ने वाली है। देश में सात कंपनी वैक्सीन का प्रोडक्शन कर रही हैं। तीन अन्य का काम शुरू होने वाला है। एक्सपर्ट ने हमारे बच्चों को लेकर चिंता जताई है, हम बच्चों के लिए दो वैक्सीन का ट्रायल कर रहे, नेजल वैक्सीन का ट्रायल भी जारी है।
05:12 PM (IST) Jun 07
हर आशंका को दरकिनार करके भारत ने एक नहीं दो मेड इन इंडिया वैक्सीन लांच किया। हमारे वैज्ञानिकों ने दिखा दिया कि भारत दुनिया में किसी से पीछे नहीं। भारत में आज की तारीख में 23 करोड़ से अधिक वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। हमारे प्रयासों से हमें सफलता तब मिलती है जब हमे स्वयं पर विश्वास होता है। हमें पूरा विश्वास था कि हमारे वैज्ञानिक बहुत कम समय में काम पूरा कर लेंगे।
05:09 PM (IST) Jun 07
पांच छह वर्षाें में वैक्सीनेशन कवरेज बढ़ाया। हमने वैक्सीनेशन कवरेज बढ़ाकर तमाम बीमारियों को दूर किया।
05:08 PM (IST) Jun 07
कल्पना करिए कोविड की वैक्सीन देश में नहीं बनती तो क्या होता। सोचिए पिछले दशकों में हमको वैक्सीनेशन के लिए वर्षो लग जाता था।
05:07 PM (IST) Jun 07
सबसे कारगर हथियार कोविड प्रोटोकाॅल ही है। मास्क और दो गज की दूरी है जरूरी।
05:07 PM (IST) Jun 07
सबसे कारगर हथियार कोविड प्रोटोकाॅल ही है। मास्क और दो गज की दूरी है जरूरी।
05:07 PM (IST) Jun 07
सबसे कारगर हथियार कोविड प्रोटोकाॅल ही है। मास्क और दो गज की दूरी है जरूरी।
05:07 PM (IST) Jun 07
सबसे कारगर हथियार कोविड प्रोटोकाॅल ही है। मास्क और दो गज की दूरी है जरूरी।
05:07 PM (IST) Jun 07
सबसे कारगर हथियार कोविड प्रोटोकाॅल ही है। मास्क और दो गज की दूरी है जरूरी।
05:07 PM (IST) Jun 07
सबसे कारगर हथियार कोविड प्रोटोकाॅल ही है। मास्क और दो गज की दूरी है जरूरी।
05:07 PM (IST) Jun 07
सबसे कारगर हथियार कोविड प्रोटोकाॅल ही है। मास्क और दो गज की दूरी है जरूरी।
05:05 PM (IST) Jun 07
जरूरी दवाओं का प्रोडक्शन कई गुना बढ़ाया गया। आक्सीजन की सप्लाई दस गुना से अधिक बढ़ाया गया।
05:04 PM (IST) Jun 07
सेकेंड वेव के दौरान अप्रैल और मई के महीने में भारत में मेडिकल आक्सीजन की डिमांड अकल्पनीय रूप से बढ़ गई थी। ऐसी महामारी पिछले 100 सालों में नहीं आई। सरकार ने सभी तंत्र लगाए।