प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने आयुष (Ayush) सेक्टर की समीक्षा बैठक की, जिसमें पारंपरिक चिकित्सा, रिसर्च, मेडिकल टूरिज्म और डिजिटल टेक्नोलॉजी (Digital Technology) को बढ़ावा देने पर चर्चा की गई। जानिए पूरी खबर।
PM Modi Ayush review meeting: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने गुरुवार को आयुष (Ayush) सेक्टर की रिव्यू मीटिंग की। मीटिंग में आयुष सेक्टर को ग्लोबल पहचान, पारंपरिक नॉलेज की सिक्योरिटी और हेल्थ सिस्टम में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को लेकर चर्चा की गई। बैठक में उन्होंने आयुष सेक्टर को मजबूत बनाने के लिए रणनीतिक हस्तक्षेप (Strategic Interventions) की आवश्यकता पर बल दिया।
2014 में आयुष मंत्रालय (Ministry of Ayush) की स्थापना के बाद से प्रधानमंत्री मोदी इस सेक्टर को लेकर स्पष्ट विजन रखते आए हैं। उन्होंने कहा कि आयुष चिकित्सा प्रणाली न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर भी तेजी से स्वीकृति प्राप्त कर रही है।
मीटिंग में आयुष क्षेत्र की महत्वपूर्ण उपलब्धियों और आगामी योजनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सेक्टर सतत विकास (Sustainable Development) और रोजगार सृजन (Employment Generation) में बड़ी भूमिका निभा सकता है।
मीटिंग में पीएम मोदी ने कहा कि आयुष ग्रिड (Ayush Grid) के तहत डिजिटल टेक्नोलॉजी का अधिकतम उपयोग किया जाएगा। इसके तहत योग (Yoga) को प्रमोट करने के लिए डिजिटल टेक्नोलॉजी का प्रयोग बढ़ाया जाएगा। Y-Break Yoga जैसे डिजिटल कंटेंट को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा। AI (Artificial Intelligence) के माध्यम से आयुष चिकित्सा प्रणाली को और सशक्त किया जाएगा।
मीटिंग के दौरान प्रधानमंत्री को आयुष से संबंधित कई उपलब्धियों के बारे में भी जानकारी दी गई।
आयुष वीजा (Ayush Visa) की शुरुआत से मेडिकल टूरिज्म (Medical Tourism) में तेजी आई है। अब विदेशी मरीज पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों से उपचार के लिए भारत आ रहे हैं।
पीएम मोदी ने मीटिंग में बताया कि WHO Global Traditional Medicine Centre का गुजरात (Gujarat) के जामनगर में स्थापित होना एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। इससे भारत की पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली को वैश्विक पहचान मिलेगी।
पीएम मोदी को बताया गया कि 2024 के अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Day of Yoga - IDY) में 24.52 करोड़ लोगों ने भाग लिया। 2025 में 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को और भव्य बनाने की योजना बनाई जा रही है जिसमें दुनिया भर से और अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित होगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार आयुष सेक्टर को मजबूत करने के लिए नीति समर्थन (Policy Support), अनुसंधान (Research) और नवाचार (Innovation) को प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने योग (Yoga), नैचुरोपैथी (Naturopathy) और फार्मेसी (Pharmacy) सेक्टर में स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके साथ ही, गवर्नेंस में पारदर्शिता (Transparency) सुनिश्चित करने का निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि हर कार्य जनता की भलाई और कानून के अनुसार होना चाहिए।
इस रिव्यू मीटिंग में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा (Jagat Prakash Nadda) और आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव (Prataprao Jadhav) भी मौजूद रहे।
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