
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में 1975 में लगाए गए आपातकाल की भयावहता को याद किया। मोदी ने मोरारजी देसाई और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे नेताओं के पुराने भाषण सुनाए, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे लोकतंत्र को कुचला गया और नागरिकों को अत्याचारों का सामना करना पड़ा। उन्होंने लोगों से संविधान की रक्षा के लिए सतर्क रहने का आग्रह किया।