मनोहर पर्रिकर के नाम पर होगा मोपा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, पीएम मोदी ने किया ऐलान

गोवा में बना मोपा एयरपोर्ट, पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर विकसित किया गया है। लगभग 2870 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया यह एयरपोर्ट किसी टूरिस्ट स्पॉट से कम नहीं है।

Dheerendra Gopal | Published : Dec 11, 2022 10:33 AM IST / Updated: Dec 12 2022, 12:26 AM IST

PM Modi in Goa: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को महाराष्ट्र व गोवा को कई परियोजनाओं की सौगात दी है। महाराष्ट्र को कई सुविधाओं की सौगात देने के बाद गोवावासियों के लिए एक और एयरपोर्ट समर्पित किया। पीएम मोदी गोवा को मोपा एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे। गोवा में बना मोपा एयरपोर्ट, पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर विकसित किया गया है। लगभग 2870 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया यह एयरपोर्ट किसी टूरिस्ट स्पॉट से कम नहीं है। गोवा को मिला यह दूसरा एयरपोर्ट है। यहां पहले मोरमुगाओ शहर में डाबोलिम में एयरपोर्ट है।

पूर्व मुख्यमंत्री मनोर पर्रिकर के नाम से जाना जाएगा मोपा एयरपोर्ट

मोपा एयरपोर्ट का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह ऐलान किया कि एयरपोर्ट को अब पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर के नाम पर जाना जाएगा। एयरपोर्ट का नाम मनोहर इंटरनेशनल एयरपोर्ट रखा गया है। पर्रिकर गोवा बीजेपी के सीनियर लीडर थे। मोदी सरकार में रक्षा मंत्री रहते हुए अपनी कई उपलब्धियों के लिए भी चर्चित रहे हैं।  उद्घाटन समारोह में प्रधान मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के दृष्टिकोण के कारण हवाई अड्डे का बुनियादी ढांचा दोगुना हो गया, जिससे मध्यम वर्ग के लिए हवाई यात्रा सस्ती हो गई। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने गोवा के लिए इस एयरपोर्ट की योजना बनाई थी। उनके बाद आने वाली सरकार ने शायद ही इस एयरपोर्ट के लिए कुछ किया हो। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद गोवा को विकास का डबल इंजन मिला और हमने सभी काम तेजी से किए।

एयरपोर्ट की यात्रा पहले लग्जरी माना जाता लेकिन अब सबके लिए सुलभ

मोदी ने कहा कि 2014 से पहले हवाई यात्रा को लग्जरी माना जाता था क्योंकि केवल अमीर लोग ही हवाई यात्रा कर सकते थे। उड्डयन क्षेत्र में कोई निवेश नहीं किया गया था। देश में आजादी के 70 साल बाद 2014 तक केवल 70 हवाईअड्डे थे। उनकी सरकार ने एयरपोर्ट्स के नेटवर्क का विस्तार करना शुरू किया और पिछले 7-8 वर्षों के दौरान 72 हवाई अड्डे बनाए गए।

पीएम ने कहा कि उड़ान जैसी योजना शुरू की गई थी जिससे आम लोगों को हवाई यात्रा सस्ती लगे। 2014 तक भारत में सालाना छह करोड़ यात्री उड़ान भरते थे, जिनकी संख्या बढ़कर 14 करोड़ हो गई है, जिनमें से एक करोड़ ने उड़ान योजना के तहत उड़ान भरी। मोदी ने कहा कि हर साल 40 लाख यात्री मोपा हवाई अड्डे का उपयोग करेंगे, जो 3.5 करोड़ यात्रियों तक बढ़ सकता है।

मोपा में एयरपोर्ट का उद्घाटन

गोवा को मोपा एयरपोर्ट का उद्घाटन किया। गोवा में बना मोपा एयरपोर्ट, पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर विकसित किया गया है। लगभग 2870 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया यह एयरपोर्ट किसी टूरिस्ट स्पॉट से कम नहीं है। गोवा को मिला यह दूसरा एयरपोर्ट है। यहां पहले मोरमुगाओ शहर में डाबोलिम में एयरपोर्ट है।

पीएम मोदी ने रखी थी नींव, छह साल में बनकर तैयार हुआ एयरपोर्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2016 के नवम्बर में मोपा एयरपोर्ट की आधारशिला रखी थी। डाबोलिम में पहले से एक एयरपोर्ट है लेकिन इंटरनेशनल सुविधाओं से लैस मोपा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की नींव रखी थी। इस एयरपोर्ट को लगभग 2,870 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है। मोपा एयरपोर्ट सोलर पॉवर से लैस होगा। यहां विमानों के लिए रात की पार्किंग सुविधा के साथ-साथ 14 पार्किंग बे, सेल्फ-बैगेज ड्रॉप सुविधाएं, अत्याधुनिक एयर नेविगेशन इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल हैं।

डाबोलिम एयरपोर्ट से कई गुना अत्याधुनिक है मोपा एयरपोर्ट

डाबोलिम एयरपोर्ट की पैसेंजर क्षमता 8.5 एमपीपीए (million passengers per annum) है। मोपा हवाई अड्डे के संचालन में आने के साथ कुल पैसेंजर हैंडलिंग कैपेसिटी लगभग 13 एमपीपीए हो जाएगी। इसी के साथ गोवा में हवाईअड्डों में लगभग 10.5 से 43.5 एमपीपीए तक बढ़ने की क्षमता है। शुरुआत में मोपा हवाई अड्डे का फर्स्ट फेज हर वर्ष लगभग 4.4 मिलियन यात्रियों (MPPA) को सुविधाएं मुहैया कराएगा। इसे अधिकतम 33 एमपीपीए क्षमता तक बढ़ाया जा सकता है। डाबोलिम हवाई अड्डा 15 डोमेस्टिक और 6 इंटरनेशनल स्थानों के साथ सीधा कनेक्ट करता है। मोपा एयरपोर्ट के जरिए इनकी संख्या बढ़कर 35 घरेलू और 18 अंतरराष्ट्रीय स्थानों तक हो जाएगी। डाबोलिम एयरपोर्ट पर रात्रि पार्किंग की सुविधा नहीं थी, जबकि मोपा हवाई अड्डे पर यह सुविधा भी मिलेगी। इसके अलावा, डाबोलिम में कोई कार्गो टर्मिनल नहीं था, मोपा हवाईअड्डे में 25,000 मीट्रिक टन की हैंडलिंग क्षमता वाली सुविधा होगी।

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