प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को वाराणसी में कोरोना टीकाकरण अभियान के लाभार्थियों और टीके लगाने वालों के साथ बातचीत की। यह कार्यक्रम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुआ।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को वाराणसी में कोरोना टीकाकरण अभियान के लाभार्थियों और टीके लगाने वालों के साथ बातचीत की। यह कार्यक्रम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुआ। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरे देश में वैक्सीनेशन का कार्यक्रम चल रहा है। देशवासी भारत के डॉक्टरों और वैज्ञानिकों पर भरोसा कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा, 2021 की शुरुआत बहुत ही शुभ संकल्पों से हुई है। काशी के बारे में कहते हैं कि यहां शुभता सिद्धि में बदल जाती है। इसी सिद्धि का परिणाम है कि आज विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान हमारे देश में चल रहा है। उन्होंने कहा, पहले चरण में काशी में 15 वैक्सीन सेंटर पर 20000 हेल्थ वर्कर्स को टीका लगना है। मैं सभी डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को बधाई देता हूं।
पीएम मोदी ने वैक्सीन लगवाने वालों और लगाने वालों से किया संवाद
पीएम मोदी- आप वैक्सीन को लेकर क्या कहना चाहेंगी ?
महिला चिकित्सालय की पुष्पा देवी ने बताया- मैं सभी स्वास्थ्यकर्मियों की ओर से वैक्सीन के लिए आपको धन्यवाद देना चाहती हूं। उन्होंने कहा, मैं सौभाग्यशाली हूं कि मुझे वैक्सीन लगा है। मैं खुद को , परिवार को अपने स्टाफ को सुरक्षित समझ रही हूं। मैं सभी को वैक्सीन लेने के लिए प्रेरित कर रही हूं। मुझे कोई साइड इफेक्ट नहीं है। इसलिए आप सभी लोग वैक्सीन लगवाएं।
पीएम मोदी ने कहा, मुझपर दबाव था कि वैक्सीन कब आएगी। वैक्सीन जल्दी लाओ। मैं एक बात ही कहता था कि जब वैज्ञानिक कहेंगे तब वैक्सीन आएगी। ये राजनीति वालों का काम नहीं है, वैक्सीन बनाने का। जब वैक्सीन बन गई, तब हमने हेल्थ वर्कर्स को सबसे पहले वैक्सीनेशन करने का फैसला किया। कई चरणों में वैक्सीनेशन होगा। देशवासी वैज्ञानिकों पर भरोसा कर रहे हैं।
जिला अस्पताल में तैनात रानी कुंवर से पीएम मोदी ने पूछा कि आपने 6 साल में कितने वैक्सीन लगाए हैं। आप हर दिन कितनी वैक्सीन लगाती हैं।
इस पर रानी कुंवर ने कहा, हम हर रोज 100 वैक्सीन लगाते हैं। इस पर पीएम मोदी ने कहा, इस महामारी में वैक्सीन लगाने के आपके सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। पीएम मोदी ने कहा, वैक्सीनेशन के लिए हेल्थ वर्कर्स हकदार हैं। जिन्होंने अनिश्चताओं के बीच आपने हिम्मत से काम किया। बीमारियों की सेवा की। दूसरा हमारे वैज्ञानिक इस अंजान वैज्ञानिक के खिलाफ उसका पीछा करते रहे और रात दिन मेहनत कर उन सब ने जो कम किया है, उससे वैक्सीन बनी है। इसका क्रेडिट मुझे नहीं जाता, आप सभी को जाता है।
भारत दूसरे देशों की भी कर रहा मदद
पीएम मोदी ने कहा, आज दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम हमारे देश में चल रहा है और इसके पहले दो चरणों में 30 करोड़ देशवासियों को टीका लगाया जा रहा है। आज दुनिया की इस (वैक्सीन) सबसे बड़ी जरूरत को लेकर भारत पूरी तरह आत्मनिर्भर है, इतना ही नहीं भारत अनेकों देशों की मदद भी कर रहा है।
16 जनवरी को शुरू हुआ वैक्सीनेशन
भारत में दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी। देश में पहले चरण में 3 करोड़ हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना का टीका लगना है। इस चरण का खर्चा केंद्र सरकार उठा रही है। वैक्सीनेशन को सुचारू रूप से चलाने के लिए पीएम मोदी वैज्ञानिकों, राजनीतिक नेताओं, अधिकारियों से लगातार चर्चा कर रहे हैं।
भारत में दो वैक्सीन को मिली मंजूरी
भारत में ऑक्सफोर्ड की कोविशील्ड, जिसे सीरम इंस्टीट्यूट ने बनाया है और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को इमरजेंसी अप्रूवल मिला है। वैक्सीनेशन में भी इन्हीं वैक्सीन का टीका लगाया जा रहा है।