मन की बात में पीएम मोदी एक बार फिर जनता से जुड़ गए। उन्होंने लोगों के सामने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि चार महीने के बाद आपके बीच आकर अच्छा लग रहा है। अब नियमित आप सब से बातचीत हुआ करेगी। पीएम मोदी ने योग को लेकर कही ये बात।
नेशनल डेस्क। ‘मन की बात’ में चार महीने के बाद एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों से रूबरू हो सके। पीएम मोदी ने मन की बात में योग से लेकर खेती किसानी और संस्कृत भाषा के प्रयोग और उसकी महत्ता को लेकर भी चर्चा की। पीएम मोदी ने नियमित योग करने के लिए कहा। उन्होंने सभी देशवासियों से अपील की शरीर को स्वस्थ रखने के लिए नियमित योग करें।
चार महीने बाद आपके बीच आकर अच्छा लगा
पीएम नरेंद्र मोदी आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम में आए। पीएम ने मन की बात में कहा कि चार महीने के बाद आज आप सबके बीच आया हूं। काफी अच्छा लग रहा है। अंतिम बार फरवरी में आप सभी से रूबरू हुआ था। इसके बाद उन्होंने कहा था कि रानीतिक बंदिशों के चलते तीन महीने चुनाव के चलते मन की बात कार्यक्रम नहीं आयोजित किया जाएगा। अब चुनाव बाद फिर से कार्यक्रम शुरू हो गया है। पीएम ने मन की बात में कहा कि चार महीने बाद आया हूं लेकिन अब आता रहूंगा नियमित, जैसे पहले आता था।
योग को एक दिन का कार्यक्रम न बनाएं
पीएम मोदी ने मन की बात में योग पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत में सदियों कालखंड से सूर्य नमस्कार और योग करने की परंपरा चली आ रही है। ऋषि मुनि सैकड़ों साल योग और तप करते थे। आज शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग से बेहतर कुछ नहीं है। इसे एक दिन का कार्यक्रम न बनाइए और नियमित योगा कीजिए। ऐसा करने से आप हमेशा स्वस्थ रहेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि म्यांनमार में इस बार योगा दिवस पर बुद्ध की प्रतिमा के सामने कई सारे पिरामिडों के बीच में सैकड़ों लोगों ने एक साथ योगा किया। जर्मनी, अमेरिका, यूके समेत तमाम देशों में योग किया जा रहा है। यह गर्व की बात है कि अपने देश की संस्कृति के निकलकर कोई चीज ग्लोबल हो गई है।
आंध्र प्रदेश की अराकू कॉफी पीकर देखिए
पीएम मोदी ने स्वास्थ्य लाभ के लिए आंध्र प्रदेश की अराकू काफी का भी जिक्र कियाष। उन्होंने कहा कि अराकू कॉफी स्वास्थ्य के लिए काफी लाभ दायक होती है और उसका टेस्ट भी बहुत बढ़िया होता है। उन्होंने कहा कि ये आंध्र प्रदेश की खास होती है। उन्होंने कि चंद्रबाबू नायडू के साथ एक बार में कहीं गया था वहीं पर उन्होंने मुझे ये काफी पिलाई थी। इसकी खेती सिर्फ आंध्रा में ही होती है। आप भी इसे टेस्ट करके देखिएगा।