
भाई गजब हो गया। उम्मीद नहीं थी। चमत्कार हो गया। आज मैं नहीं, ऐसी बातें पूरा देश कर रहा है। ये बातें किसी और के लिए नहीं बल्कि बिहार को लेकर हो रही हैं। और हो भी क्यों ना। सारे कयास-सारी उम्मीदें और सभी प्रकार की भविष्यवाणी बिहार चुनाव में झूठी साबित हुईं। तेजस्वी यादव और महागठबंधन ने बिहार की जनता को बड़े-बड़े ख्वाब दिखाया था। तभी तो उम्मीद थी कि जनता महागठबंधन को भर-भरकर आर्शीवाद देगी लेकिन सारे सपने चकनाचूर हो गए। 2020 के मुकाबले महागठबंधन को 75 सीटों का नुकसान हुआ। मात्र 35 सीटों पर पूरा विपक्ष सिमट कर रह गया। वहीं दूसरी तरफ निमो का जादू सिर चढ़कर बोला। बिहार में NDA के आंकड़ों ने पूरे देश को चकित कर दिया। 202 सीट। उम्मीद नहीं थी। खुद अमित शाह ने कहा था कि 160 सीट से ज्यादा हम करेंगे लेकिन यह आंकड़ा भी बहुत पीछे छूट गया। प्रचंड जीत के बाद पीएम मोदी ने बिहार की जनता के सामने सिर झुकाया और आभार व्यक्त किया। दिल्ली के भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में 14 अक्टूबर को मोदी ने बिहार को लेकर अपना संकल्प एक बार फिर क्लियर किया। भाषण के दौरान पीएम ने बिहार के युवाओं के सपने को लेकर देश-दुनिया से एक ऐसी बात कह दी, जिसकी उम्मीद तो थी लेकिन इतनी जल्दी नहीं थी। आइए देखते हैं प्रधानमंत्री मोदी ने क्या अपील की, जिसके बाद अब लग रहा- बिहार बदलने वाला है...