प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि 4,000 से ज्यादा भारतीय महिलाओं ने बिना मेहरम हज पूरा किया है। उन्होंने इसे बहुत बड़ा बदलाव करार दिया है।
PM Modi on Haj. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस साल 4,000 से ज्यादा भारतीय महिलाओं ने बिना मेहरम हज यात्रा पूरी की है। यह यात्रा कई मायनों में स्पेशल है और यह बहुत बड़े बदलाव का भी साक्षी है। उन्होंने कहा कि इससे हर साल ज्यादा से ज्यादा लोग इस धार्मिक यात्रा के लिए जा सकेंगे। यह इसलिए भी संभव हो पाया क्योंकि केंद्र सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में हज के लिए नीतियों में कई तरह के बदलाव किए हैं। यह 2018 के बाद सबसे बड़ी संख्या है क्योंकि सरकार ने इस धार्मिक यात्रा के लिए किसी पुरूष साथी की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है।
पीएम मोदी ने मन की बात में कही यह बात
पीएम मोदी ने अपने मन की बात के मासिक कार्यक्रम में इस बात का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हज यात्रा से लौटकर वापस आईं भारतीय मुस्लिम महिलाओं ने उन्हें चिट्ठियां लिखी हैं और इस बदलाव के लिए धन्यवाद भी कहा है। पीएम मोदी ने कहा कि यह बहुत बड़ा बदलाव है और यह कई मायनों में बेहद खास है। पीएम ने कहा कि यह नंबर सिर्फ 50, 100 तक सीमित नहीं है बल्कि यह संख्या 4,000 को पार कर गई है। इससे पहले मुस्लिम महिलाएं बिना मेहरम के हज पर नहीं जा सकती थीं।
क्या होता है मेहरम
शरीयत के अनुसार अगर किसी महिला को हज पर जाना है तो उसके साथ किसी पुरूष संरक्षक का रहना जरूरी है। यह पुरूष संरक्षक कोई करीबी रिश्तेदार ही हो सकता है। इसमें बेटा, भाई, मामू, ताऊ, दादा, नाना, पोता या नाती जैसे रिश्तेदार शामिल हो सकते हैं। इसका सीधा मतलब है कि महिला किसी अनजान व्यक्ति या दूर के रिश्तेदार, जानकार, दोस्ते के साथ हज पर नहीं जा सकती हैं। अब केंद्र सरकार ने यह शर्त हटा दी है और मुस्लिम महिला बिना किसी मेहरम के साथ हज पर जा सकती है। यही वजह है कि महिला हज यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। सऊदी अरब ने भी यह शर्त हटा दी है।
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