पीएम मोदी ने कहा- कोरोना जाति-धर्म नहीं देखता, इसलिए एकता और भाईचारा बनाने की जरूरत

कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को एक बार फिर अपनी बात रखी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, कोरोना जाति, धर्म, रंग, पंथ, भाषा या सीमाओं को नहीं देखता। इसलिए हमारी प्रतिक्रिया और आचरण में एकता और भाईचारे को प्रधानता दी जानी चाहिए। इस परिस्थिति में हम एक साथ हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Apr 19, 2020 1:02 PM IST / Updated: Apr 19 2020, 06:40 PM IST

नई दिल्ली. कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को एक बार फिर अपनी बात रखी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, कोरोना जाति, धर्म, रंग, पंथ, भाषा या सीमाओं को नहीं देखता। इसलिए हमारी प्रतिक्रिया और आचरण में एकता और भाईचारे को प्रधानता दी जानी चाहिए। इस परिस्थिति में हम एक साथ हैं। 

पीएम मोदी का यह बयान ऐसे समय में आया, जब कोरोना को कई जगहों पर सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है। ऐसे में पीएम मोदी ने खुद ट्वीट कर एकता और भाईचारा बनाए रखने की अपील की। 

 

पूरी मानव जाति पर पड़े सकारात्मक प्रभाव-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, भारत से आने वाले विचारों को वैश्विक स्तर पर प्रासंगिकता मिलनी चाहिए। ये विचार ना केवल भारत में बल्कि पूरी मानव जाति में सकारात्मक बदलाव रखने की क्षमता रखते हों। 

लिंक्ड इन पर चर्चा में बदलावों का किया जिक्र
इससे पहले पीएम मोदी ने लिंक्ड इन पर चर्चा के दौरान कहा, कोरोना वायरस ने प्रोफेशनल लाइफ को पूरी तरह से बदल दिया है। अब हमारा घर ही ऑफिस है। इंटरनेट हमारा मीटिंग रूम है। कुछ समय के लिए ऑफिस के सहयोगियों के साथ ब्रेक लेना इतिहास बन गया है।

पीएम मोदी ने कहा, मैं इन बदलावों से सामंजस्य स्थापित करने की कोशिश कर रहा हूं। मैं अपने मंत्रियों के साथ ज्यादातर बैठकें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कर रहा हूं।

भारत में कोरोना वायरस
भारत में कोरोना वायरस के 16 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि, अब तक 2535 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं, 532 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 13 हजार से ज्यादा लोगों का इलाज चल रहा है। भारत में सबसे ज्यादा संक्रमित महाराष्ट्र और दिल्ली है। महाराष्ट्र में अब तक 3600 जबकि दिल्ली में 1893 मामले सामने आए हैं। 

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