PM मोदी 27 जनवरी को भारत-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे, कई देश होंगे शामिल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM Modi) भारत-मध्य एशियाई देशों की पहली शिखर बैठक(first India Central Asia meet) की मेजबानी करेंगे। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, यह बैठक वर्चुअल ढंग से 27 जनवरी को होगी। शिखर बैठक में कजाख्स्तान, किरगिज रिपब्लिक, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान व उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शिरकत करेंगे। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 26, 2022 3:34 AM IST / Updated: Jan 26 2022, 09:08 AM IST

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM Modi) 27 जनवरी को वर्चुअल प्रारूप में भारत-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन की पहली बैठक(first India Central Asia meet) की मेजबानी करेंगे, जिसमें कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति भाग लेंगे। राजनेताओं के स्तर पर भारत और मध्य एशियाई देशों के बीच अपनी तरह की यह पहली वार्ता होगी।

इसलिए है ये महत्वपूर्ण
पहला भारत-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन मध्य एशियाई देशों के साथ भारत के बढ़ते संबंधों का प्रतिबिंब है, जो भारत के "विस्तारित पड़ोस" (एक्सटेंडेड नेबरहुड) का हिस्सा हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2015 में सभी मध्य एशियाई देशों की ऐतिहासिक यात्रा की थी। इसके बाद, द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मंचों पर उच्च स्तर पर विचारों के आदान-प्रदान हुए हैं।

विदेश मंत्रियों के स्तर पर भारत-मध्य एशिया वार्ता की शुरुआत हुई थी, जिसकी तीसरी बैठक 18-20 दिसंबर, 2021 तक नई दिल्ली में हुई। इस बैठक ने भारत-मध्य एशिया संबंधों को प्रोत्साहन प्रदान किया है। 10 नवंबर, 2021 को नई दिल्ली में अफगानिस्तान पर आयोजित क्षेत्रीय सुरक्षा वार्ता में मध्य एशियाई देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषदों के सचिवों ने भाग लिया था। इस बैठक में अफगानिस्तान पर एक सर्वमान्य क्षेत्रीय दृष्टिकोण को रेखांकित किया गया था।

पहले भारत-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन में, भारत-मध्य एशिया संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए राजनेताओं द्वारा उपयुक्त कदमों पर चर्चा किये जाने की उम्मीद है। उनसे क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों, विशेष रूप से क्षेत्रीय सुरक्षा की उभरती स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान करने की भी अपेक्षा है।

यह शिखर सम्मेलन, भारत-मध्य एशिया साझेदारी के व्यापक और स्थायी महत्व का प्रतीक है, जिसे भारत और मध्य एशियाई देशों के राजनेताओं द्वारा मज़बूत किया गया है।

यह भी जानें
इस शिखर सम्मेलन के दौरान नेताओं से अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर अपने विचारों का आदान-प्रदान होगा। उनसे मुख्य रूप से सुरक्षा मुद्दों पर ध्यान केंद्रित होगा। भारत-मध्य एशिया संवाद प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। इसमें मंत्रियों के बीच बातचीत होती है। पहला संवाद 2019 में आयोजित किया गया था। भारत और मध्य एशियाई देशों ने 2020 में उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजनाओं (High Impact Community Development Projects) पर हस्ताक्षर किए।

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