ऑस्ट्रेलिया के PM अल्बनीज के साथ बातचीत में नरेंद्र मोदी ने उठाया मंदिरों पर हो रहे हमले का मुद्दा

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ बातचीत में नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हो रहे हमलों का मुद्दा उठाया। अल्बनीज ने आश्वासन दिया कि भारतीय समुदाय की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी।

Vivek Kumar | Published : Mar 10, 2023 7:48 AM IST / Updated: Mar 10 2023, 01:42 PM IST

नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत की। इस दौरान भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सोलर टास्कफोर्स बनाने समेत कई समझौते हुए। इसके बाद नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि बातचीत के दौरान हमने ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हो रहे हमले के मुद्दे को उठाया है।

नरेंद्र मोदी ने कहा, "भारतीय प्रवासी ऑस्ट्रेलिया में दूसरा सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है। ये भारतीय समुदाय ऑस्ट्रेलिया के समाज व्यवस्था में उल्लेखनीय योगदान दे रहा है। यह खेद का विषय है कि पिछले कुछ सप्ताह से ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हमलों की खबरें नियमित रूप से आ रहीं हैं। ऐसे समाचार भारत में सभी लोगों को चिंतित करते हैं। हमारे मन को व्यथित करते हैं। हमने इन भावनाओं को प्रधानमंत्री अल्बनीज के समक्ष रखा है। उन्होंने हमें आश्वस्त किया है कि भारतीय समुदाय की सुरक्षा ऑस्ट्रेलिया की विशेष प्राथमिकता है। हमारी टीम नियमित संपर्क में रहेगी और यथा संभव सहयोग करेगी।"

नरेंद्र मोदी ने कहा, "मैं पीएम अल्बनीज का स्वागत करता हूं। पिछले साल दोनों देशों ने प्रधानमंत्री के स्तर पर वार्षिक समिट करने का निर्णय लिया था। अल्बनीज की भारत यात्रा से इसकी शुरुआत हुई है। भारत में उनका आगमन होली के दिन हुआ। हमने मिलकर कुछ समय क्रिकेट के मैदान में बिताया। कलर्स, कल्चर और क्रिकेट का यह सेलिब्रेशन एक प्रकार से भारत और ऑस्ट्रेलिया की मित्रता के जोश और उल्लास का उत्तम प्रतीक है।"

सुरक्षा सहयोग पर हुई बात

पीएम ने कहा, "आज हमने आपसी सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की है। सुरक्षा सहयोग हमारी रणनीतिक साझेदारी का महत्वपूर्ण स्तंभ है। आज हमारे बीच इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में मेरीटाइम सिक्योरिटी और आपसी रक्षा-सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर विस्तार से चर्चा हुई। रक्षा के क्षेत्र में हमने पिछले कुछ सालों में उल्लेखनीय समझौते किए हैं, जिनमें एक-दूसरे की सेनाओं के लिए रसद मदद भी शामिल है। हमारी सुरक्षा एजेंसियों के बीच भी सूचनाओं का आदान-प्रदान हो रहा है। हमने इसे और मजबूत करने पर चर्चा की। हमने अपने युवा सैनिकों के बीच संपर्क और मित्रता बढ़ाने के लिए जनरल रावत ऑफिसर एक्सचेंज प्रोग्राम की स्थापना की है।"

ट्रेड एग्रीमेंट से बने हैं निवेश के बेहतर अवसर

उन्होंने कहा, “आज हमने विश्वस्त और मजबूत ग्लोबल सप्लाई चेन विकसित करने के लिए आपसी सहयोग पर विचार किया है। रिन्यूएबल एनर्जी दोनों देशों के प्राथमिकता का क्षेत्र है। हम क्लीन हाइड्रोजन और सोलर में साथ मिलकर काम कर रहे हैं। पिछले साल लागू हुए ट्रेड एग्रीमेंट से दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश के बेहतर अवसर खुले हैं।”

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