पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने गुरुवार को गेहूं की आपूर्ति, स्टॉक और निर्यात के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा के लिए एक बैठक की। उन्होंने निर्देश दिया कि गुणवत्ता मानदंडों और मानकों को सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए जाएं।
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने गुरुवार को गेहूं की आपूर्ति, स्टॉक और निर्यात के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की। पीएम को मुद्दों पर विस्तृत प्रस्तुति दी गई। उन्हें फसल उत्पादन पर मार्च-अप्रैल 2022 के महीनों में उच्च तापमान के प्रभाव के बारे में जानकारी दी गई। गेहूं की खरीद और निर्यात की स्थिति की समीक्षा की गई।
भारत के कृषि उत्पादों की दुनिया में बढ़ती मांग को देखते हुए प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि गुणवत्ता मानदंडों और मानकों को सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए जाएं ताकि भारत खाद्यान्न और अन्य कृषि उत्पादों के एक सुनिश्चित स्रोत के रूप में विकसित हो सके।
पीएम ने अधिकारियों से किसानों को अधिक से अधिक मदद सुनिश्चित करने के लिए भी कहा। पीएम को मौजूदा बाजार दरों के बारे में भी बताया गया जो किसानों के लिए फायदेमंद है। बैठक में प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, सलाहकार, कैबिनेट सचिव, खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग और कृषि विभाग के सचिवों ने भाग लिया।
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भारत के गेहूं निर्यात में आया उछाल
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के चलते दुनिया में खाद्य पदार्थों की सप्लाई चेन प्रभावित हुई है। इस बीच भारत गेहूं के बड़े निर्यातक के रूप में उभरा है। 2022 में भारत से रिकॉर्ड गेहूं एक्सपोर्ट हुआ है। मार्च 2022 तक भारत से 7.85 मिलियन टन गेहूं निर्यात किया गया। पिछले साल 2.1 मिलियन टन गेहूं का निर्यात किया गया था। उम्मीद की जा रही है कि 2022-23 में भी भारत से गेहूं के निर्यात में तेजी जारी रहेगी।
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