प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 9 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों (Vande Bharat Express trains) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इससे 11 राज्यों में रेल कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा 9 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों (Vande Bharat Express trains) को हरी झंडी दिखाकर किया। इन ट्रेनों में यात्री सुविधा को लेकर स्टेट ऑफ द आर्ट व्यवस्थाएं की गईं हैं। ये ट्रेनें तेज रफ्तार के साथ ही आरामदायक यात्रा का अनुभव देती हैं।
इन 9 वंदे भारत ट्रेन की हुई शुरुआत
इन 9 ट्रेनों से ग्यारह राज्यों राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, बिहार, पश्चिम बंगाल, केरल, ओडिशा, झारखंड और गुजरात में कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा।
वंदे भारत ट्रेन से कम समय में पूरी होगी यात्रा
ये वंदे भारत ट्रेनें अपने रूट पर चलने वाली सबसे तेज ट्रेन होंगी। इससे यात्रियों का काफी समय बचाने में मदद करेंगी। राउरकेला-भुवनेश्वर-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस और कासरगोड-तिरुवनंतपुरम वंदे भारत एक्सप्रेस लगभग 3 घंटे कम समय में अपनी यात्रा पूरी करेगी।
वंदे भारत ट्रेन से हैदराबाद से बेंगलुरु जाने में 2.5 घंटे कम समय लगेगा। तिरुनेलवेली-मदुरै-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस से 2 घंटे कम समय लगेंगे। रांची-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस, पटना-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस और जामनगर-अहमदाबाद वंदे भारत एक्सप्रेस से यात्रियों का एक घंटा समय बचेगा। वहीं, उदयपुर-जयपुर वंदे भारत ट्रेन दूसरी ट्रेनों की तुलना में करीब आधा घंटे पहले पहुंचेगी।
स्वदेशी सेमी हाई स्पीड ट्रेन है वंदे भारत एक्सप्रेस
वंदे भारत एक्सप्रेस स्वदेशी सेमी हाई स्पीड ट्रेन है। इन ट्रेनों को 160 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार तक पहुंचने के लिए डिजाइन किया गया है। यह जीपीएस-आधारित यात्री सूचना प्रणाली, ऑनबोर्ड वाई-फाई और सीसीटीवी कैमरे जैसी आधुनिक सुविधाओं से लैस है।
देश में स्लीपर क्लास वंदे भारत ट्रेनसेट की शुरुआत की मांग बढ़ रही है। इसे दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा जैसे लंबी दूरी के मार्गों पर चलाया जाएगा। वर्तमान में सभी वंदे भारत ट्रेनों में केवल चेयर कार और एक्जीक्यूटिव चेयर कार क्लास हैं। इसे कम दूरी के रूट पर चलाया जा रहा है।