करगिल युद्ध: मन की बात में बोले पीएम मोदी- भारत की मित्रता के जवाब में पाकिस्तान ने पीठ में छुरा घोंपा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देश को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, आज दिन का बहुत खास है। आज करगिल विजय दिवस है। 21 साल पहले आज के दिन ही करगिल के युद्ध में हमारी सेना ने भारत की जीत का झंडा फहराया था।

Asianet News Hindi | Published : Jul 26, 2020 5:27 AM IST / Updated: Jul 26 2020, 11:25 AM IST

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देश को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, आज दिन का बहुत खास है। आज करगिल विजय दिवस है। 21 साल पहले आज के दिन ही करगिल के युद्ध में हमारी सेना ने भारत की जीत का झंडा फहराया था। करगिल का युद्ध जिन परिस्थितियों में हुआ था वह भारत नहीं भूल सकता। पाकिस्तान ने बड़े बड़े मनसूबे पालकर भारत की भूमि हथियाने और अपने यहां चल रहे आंतरिक कलह से ध्यान भटकाने को लेकर दुस्साहस किया था। 

पीएम मोदी ने कहा, भारत तब पाकिस्तान से अच्छे संबंधों के लिए प्रयासरत था। लेकिन कहा जाता है कि दुष्ट का स्वभाव होता है, हर किसी से बिना वजह दुश्मनी करना। ऐसे स्वभाव के लोग, जो हित करता है, उसका भी नुकसान ही सोचते हैं। 

'पाकिस्तान ने भारत की पीठ में छुरा घोंपा'
उन्होंने कहा, भारत की मित्रता के जवाब में पाकिस्तान ने पीठ में छुरा घोंपने की कोशिश की थी। लेकिन उसके बाद भारत की वीर सेना ने जो पराक्रम दिखाया, उसे पूरी दुनिया ने देखा। आप कल्पना कर सकते हैं कि ऊंचे पहाड़ों पर बैठा हमारा दुश्मन और नीचे से लड़ रही हमारी सेनाएं, हमारे वीर जवान, लेकिन जीत पहाड़ की ऊंचाई की नहीं, भारत की सेनाओं के ऊंचे हौंसले और सच्ची वीरता की हुई। 

'वीर जवानों की माताओं को नमन'
पीएम ने कहा, उस वक्त मुझे भी करगिल जाने और हमारे वीर जवानों के दर्शन का सौभाग्य मिला, वो दिन, मेरे जीवन के सबसे अनमोल क्षणों में से एक है। मैं देख रहा हूं कि आज देशभर में लोग करगिल विजय को याद कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर हैशटैग के साथ लोग नमन कर रहे हैं। जो शहीद हुए हैं, उन्हें श्रृद्धांजलि दे रहे हैं। मैं आज सभी देशवासियों की तरफ से वीर जवानों के साथ साथ उन माताओं को भी नमन करता हूं, जिन्होंने मां भारतीय के वीर सपूतों को जन्म दिया। 

अटलीजी की बात प्रासंगिक
पीएम मोदी ने कहा, अटल जी ने लालकिले से करगिल युद्ध के समय जो कहा था, वह आज भी हम सभी के लिए प्रासंगिक है। अटल जी ने तब देश को गांधी जी के मंत्र की याद दिलाई थी। महात्मा गांधी का मंत्र था, यदि किसी को कोई दुविधा हो कि उसे क्या करना, क्या ना करता तो उसे भारत के सबसे गरीब और असहाय व्यक्ति के बारे में सोचना चाहिए। उसे ये सोचना चाहिए कि जो वो करने जा रहा, उसमें उस व्यक्ति की भलाई होगी या नहीं। 

करगिल विजय दिवस पर दी बधाई
इससे पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, करगिल विजय दिवस पर हम 1999 में हमारे देश की लगातार रक्षा करने वाले सशस्त्र बलों के साहस और दृढ़ संकल्प को याद करते हैं। उनकी वीरता पीढ़ियों को प्रेरित करती है।

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