मन की बात में बोले पीएम मोदी जी20 की अध्यक्षता बड़ा अवसर, स्पेस सेक्टर में बना इतिहास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रेडियो प्रोग्राम मन की बात (Mann Ki Baat) में अपने विचार लोगों के साथ साझा किया। कार्यक्रम का प्रसारण ऑल इंडिया रेडिया के पूरे नेटवर्क पर किया गया। 

Asianet News Hindi | Published : Nov 27, 2022 2:08 AM IST / Updated: Nov 27 2022, 11:51 AM IST

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो प्रोग्राम मन की बात की। उन्होंने तेलंगाना के बुनकर हरिप्रसाद द्वारा भेजे गए उपहार को याद दिया है। पीएम ने कहा कि हरि प्रसाद ने मुझे जी20 का लोगो भेजा है। इसे उन्होंने खुद तैयार किया है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि अगले साल जी20 के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करना भारत के लिए गौरव की बात है। आज हुआ कार्यक्रम मन की बात का 95वां एपिसोड है।

पीएम ने कहा कि तेलंगाना के राजन्ना सिर्सिल्ला जिले के एक बुनकर येल्धी हरिप्रसाद गारू ने मुझे अपने हाथों से जी-20 का लोगो बुन करके भेजा है। ये शानदार उपहार देखकर मैं हैरान रह गया। जी-20 की विश्व जनसंख्या में दो-तिहाई, विश्व व्यापार में तीन-चौथाई और विश्व जीडीपी में 85 फीसदी भागीदारी है। आप कल्पना कर सकते हैं-भारत 1 दिसंबर से इतने बड़े समूह की अध्यक्षता करने जा रहा है। जी-20 की अध्यक्षता, हमारे लिए एक बड़े अवसर बनकर आई है। हमें इस मौके का पूरा उपयोग करते हुए विश्व कल्याण पर फोकस करना है। 

स्पेस सेक्टर में बना इतिहास 
मोदी ने कहा कि 18 नवंबर को पूरे देश ने स्पेस सेक्टर में नया इतिहास बनते देखा। इस दिन भारत ने अपने पहले ऐसे रॉकेट को अंतरिक्ष में भेजा, जिसे भारत के प्राइवेट सेक्टर ने डिजाइन और तैयार किया था। इस रॉकेट का नाम विक्रम-एस है। यह रॉकेट कई खूबियों से लैस है। यह दूसरे रॉकेट की तुलना में हल्का और सस्ता है। इसकी डेवलपमेंट कॉस्ट अंतरिक्ष अभियान से जुड़े दूसरे देशों की लागत से काफी कम है। कम कीमत में विश्वस्तरीय स्टैंडर्ड स्पेस टेक्नोलॉजी भारत की पहचान बन चुकी है।  इस रॉकेट के कुछ जरूरी हिस्से 3D प्रिंटिंग से जरिए बनाए गए हैं। 

भारत स्पेस सेक्टर में अपनी सफलता अपने पड़ोसी देशों से भी साझा कर रहा है। कल ही भारत ने एक सैटेलाइट लॉन्च किया है। इसे भारत और भूटान ने मिलकर बनाया है। यह सैटेलाइट बहुत ही अच्छे रेजोल्यूशन की तस्वीरें भेजेगी, जिससे भूटान को अपने प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन में मदद मिलेगी। 

दुनिया में बढ़ रहा भारतीय संगीत का क्रेज
पीएम ने कहा कि भारतीय संस्कृति और संगीत का क्रेज दुनियाभर में बढ़ रहा है। बीते 8 वर्षों में भारत से म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स का एक्सपोर्ट 3.5 गुना बढ़ गया है। इलेक्ट्रिकल म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट्स की बात करें तो इसका एक्सपोर्ट 60 गुना बढ़ा है। 

प्राचीन परंपराओं का घर है भारत
नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत दुनिया में सबसे प्राचीन परंपराओं का घर है। हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपनी परंपराओं और पारंपरिक ज्ञान को संरक्षित करें। ऐसा एक सराहनीय प्रयास नागालैंड के कुछ साथी कर रहे हैं। नागालैंड में नागा समाज की जीवनशैली, उनकी कला-संस्कृति और संगीत, ये हर किसी को आकर्षित करती है। ये हमारे दश की गौरवशाली विरासत का अहम हिस्सा है। नागा संस्कृति बचाए रखने के लिए लिडि-क्रो-यू नाम की संस्था बनाई गई है। इस संस्था नागा संस्कृति के जो खूबसूरत आयाम धीरे-धीरे खोने लगे थे, उन्हें फिर से पुनर्जीवित करने का काम किया है। 

विद्यादान समाज हित में सबसे बड़ा काम
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई अगर विद्या दान कर रहा है तो वह समाज हित में सबसे बड़ा काम कर रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में जलाया गया एक छोटा सा दीपक भी पूरे समाज को रोशन कर सकता है। यूपी की राजधानी लखनऊ से 70-80 किलोमीटर दूर हरदोई जिले के बांसा गांव के जतिन ललित के बारे में मुझे जानकारी मिली है। जतिन ने दो साल पहले यहां कम्यूनिटी लाइब्रेरी और रिसोर्स सेंटर शुरू किया था। उनके सेंटर में हिंदी और अंग्रेजी साहित्य, कंप्यूटर, लॉ और सरकारी परीक्षाओं की तैयारियों के जुड़ी 3 हजार से अधिक किताबें मौजूद हैं।

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झारखंड के संजय कश्यप भी गरीब बच्चों के सपनों को नई उड़ान दे रहे हैं। उन्हें अपने विद्यार्थी जीवन में अच्छी पुस्तकों की कमी का सामना करना पड़ा था। ऐसे में उन्होंने ठान लिया कि किताबों की कमी से वे अपने क्षेत्र के बच्चों का भविष्य अंधकारमय नहीं होने देंगे। अपने इसी मिशन की वजह से वह आज झारखंड के कई जिलों में बच्चों के लिए लाइब्रेरी मैन बन गए हैं।

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