भारत के बिना पर्यावरण पर चर्चा अधूरी, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों बोले- कश्मीर दो देशों का मामला, तीसरा देश न दे दखल

तीन देशों की विदेश यात्रा पर गएप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। इस वार्ता में फ्रांस के राष्ट्रपति ने कश्मीर मसले पर कहा- इस मामले में किसी तीसरे देश को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। 

Asianet News Hindi | Published : Aug 23, 2019 3:02 AM IST / Updated: Aug 23 2019, 08:42 AM IST

पेरिस. तीन देशों की विदेश यात्रा पर गएप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। इस वार्ता में फ्रांस के राष्ट्रपति ने कश्मीर मसले पर कहा- इस मामले में किसी तीसरे देश को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। ये दो देशों का मसला है। वहीं इससे पहले कश्मीर मसले पर कई बार अमेरिका मध्यस्थता की पेशकश कर चुका है। फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा- कोई भी देश इसमें हस्तक्षेप न करे और न ही हिंसा भड़काने का काम करे। 

उन्होंने दोनों देशों के संबंध के बारे में कहा- भारत और फ्रांस की साझेदारी अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बड़ी भूमिका निभाती है। दोनों के बीच अटूट भरोसा है, जो किसी भी देश को आसानी से प्राप्त नहीं होता। मैक्रों ने कहा कि पीएम मोदी ने उन्हें कश्मीर के हालातों के बारे में बताया है। भारत और पाकिस्तान को इस मसले पर मिलकर नतीजा निकालना होगा। 

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से बात करूंगा
फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा- हम चाहेंगे कि कोई तीसरा आदमी इस मामले में हस्तक्षेप न करे और न ही हिंसा भड़काने का काम करे। कश्मीर में स्थिरता बने रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों में पाक प्रधानमंत्री इमरान खान से भी इस मसले पर बातचीत करेंगे। हम चाहते हैं कहीं कोई आतंकवाद की घटना न हो। 

दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर दी बधाई
फ्रांस के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुसरी बार चुनाव जीतने पर बधाई दी। उन्होंने कहा - आप कुछ महीने पहले ही दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता बने हैं, मैं आपको बधाई देता हूं। इससे पता चलता भारत में लोकतंत्र कितना मजबूत है। हमने जी-7 के बारे में कई बातें कहीं। मैं चाहता था भारत भागीदार हो। जी-7 के तरीकों को कुछ बदला है। जी-7 में हम कई अहम मुद्दों पर चर्चा करें। इसमें क्लाइमेट चेंज पर भी चर्चा की जाएगी।  हम इन मुद्दों पर भारत के बिना बात नहीं कर सकते थे।

जी 7 भारत की जरूरत थी

फ्रांस के राष्ट्रपति ने बताया कि भारत का जी 7 में उपस्थित होना जरूरी था। इसलिए हमने भारत को आमंत्रित किया था। भारत और फ्रांस ने कई मुद्दों पर एक साथ काम किया है।  इसमें चाहे पेरिस एग्रीमेंट है।  हमारे लिए क्लाइमेट एक जरूरी मुद्दा है। भारत हमारा कई अन्य मुद्दों पर भी साथ दे रहा है। हमें पर्यावरण की सुरक्षा के लिए कई देशों को एक साथ लाना होगा। 

पहला राफेल अगले महीने भारत पहुंच जाएगा
आतंकवाद से लड़ना जरूरी है। पहला राफेल विमान अगले महीने भारत पहुंच जाएगा। भारत और फ्रांस में 25 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। 2008 में भारत दौरे पर फ्रांस ने दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने की बात कही थी। 

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