भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (8 जुलाई) से दो दिनों के लिए रूस जाएंगे। पीएम मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 5 साल के बाद रूस के दौरे पर जा रहे हैं।
PM Modi Russia Visit: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (8 जुलाई) से दो दिनों के लिए रूस जाएंगे। पीएम मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 5 साल के बाद रूस के दौरे पर जा रहे हैं, जहां वो 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इसके अलावा दोनों कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात करेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी के सोमवार भारतीय समयानुसार दोपहर तक रूस पहुंचने की उम्मीद है। इससे पहले पीएम मोदी ने एक्स पर जानकारी दी कि वो वो अगले तीन दिन रूस और ऑस्ट्रिया में रहेंगे। ये यात्राएं उन देशों के साथ संबंधों को गहरा करने का एक शानदार अवसर होंगी, जिनके साथ भारत की मित्रता है। मैं इन देशों में रहने वाले भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करने के लिए भी उत्सुक हूं।
वहीं एक आधिकारिक प्रेस रिलीज के मुताबिक मोदी और पुतिन अपनी बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच अन्य संबंधों पर समीक्षा करेंगे और आपसी हित के कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात करेंगे, जिसमें रूस के फिफ्थ जेनरेशन फाइटर जेट सुखोई 57 को लेकर बात करने की उम्मीद है।
पीएम मोदी अपने दो दिनों के रूस दौरे पर पुतिन के साथ एक निजी बैठक में शामिल होंगे। इसके अलावा एक प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत होगी। प्रधानमंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल के लिए पुतिन द्वारा लंच का आयोजन किया जाएगा। VDNKH कॉम्प्लेक्स, रोसाटॉम पवेलियन में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा, जहां पीएम मोदी शिरकत करेंगे और बाद में मोदी भारतीय प्रवासियों की एक सभा को भी संबोधित करेंगे। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने रूस के सरकारी VGTRK टेलीविजन चैनल को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि मास्को में मोदी का कार्यक्रम व्यापक होगा और दोनों नेता अनौपचारिक बातचीत करेंगे। ये भारत और रूस के संबंधों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा।
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बीते 10 सालों में पीएम मोदी का छठा दौरा
2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से ये मोदी की रूस की पहली यात्रा होगी। हालांकि, मोदी ने युद्ध को समाप्त करने के महत्व पर जोर देते हुए पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ कई टेलीफोन पर बातचीत की है, जिसने वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है। वहीं दोनों देशों के बीच बेहद गहरे संबंध है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बीते 10 सालों में मोदी का ये छठा दौरा होगा।
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