हाल के दिनों में पीएम मोदी ने खुद को INDIA कहने के लिए विपक्षी गुट पर बार-बार हमला किया है। उन्होंने विपक्षी दलों विशेष रूप से कांग्रेस पर यूपी गठबंधन से INDIA नाम इसलिए अपनाने का आरोप लगाया कि उनका पुराना रिकॉर्ड घोटालों से भरा था।
नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर विपक्षी गठबंधन के नए नाम INDIA को लेकर हमला बोला है। प्रधानमंत्री ने बिहार में सहयोगियों से मुलाकात के दौरान विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उनको INDIA नहीं बल्कि घमंडिया कहिए। दरअसल, घमंडिया शब्द अहंकारी के लिए प्रयोग किया जाता है।
हाल के दिनों में पीएम मोदी ने खुद को INDIA कहने के लिए विपक्षी गुट पर बार-बार हमला किया है। उन्होंने विपक्षी दलों विशेष रूप से कांग्रेस पर यूपी गठबंधन से INDIA नाम इसलिए अपनाने का आरोप लगाया कि उनका पुराना रिकॉर्ड घोटालों से भरा था। पीएम मोदी ने हाल के दिनों में कहा कि उन्होंने गरीबों के खिलाफ अपनी साजिश को छिपाने के लिए नाम यूपीए से बदलकर INDIA कर लिया। इंडिया नाम उनकी देशभक्ति दिखाने के लिए नहीं बल्कि देश को लूटने के इरादे से रखा गया है।
बेंगलुरू में विपक्षी दलों ने गठबंधन को नया नाम दिया था INDIA
जुलाई महीना में बेंगलुरू में 26 विपक्षी दलों की मीटिंग हुई थी। विपक्षी दलों ने गठबंधन का नाम भारतीय राष्ट्रीय डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस यानी INDIA रखा था। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए बने इस गठबंधन पर सत्ताधारी बीजेपी या एनडीए गठबंधन लगातार हमला बोल रहे हैं। उधर, विपक्षी दलों ने INDIA नाम देते हुए यह कहा कि यह नाम भारत के विचार के लिए उनकी लड़ाई का प्रतीक है जिस पर हमला किया जा रहा है। राहुल गांधी ने कहा था कि यह लड़ाई एनडीए और भारत के बीच है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के बीच है। भाजपा की विचारधारा और INDIA के बीच है। आप जानते हैं कि जब कोई भारत के खिलाफ खड़ा होता है तो क्या होता है, कौन जीतता है।
पीएम मोदी ने कहा-ईस्ट इंडिया कंपनी
नाम पर बार-बार निशाना साधने के बाद पीएम मोदी ने इस गठबंधन की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी और पीएफआई से कर दी। बीजेपी नेता भी विपक्षी गठबंधन INDIA पर लगातार हमलावर हैं। शुक्रवार को सांसदों की मीटिंग में पीएम मोदी ने भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के सांसदों को जाति-आधारित राजनीति से ऊपर उठने और पूरे समाज के लिए नेता बनने की सलाह दी।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वह स्थिर सरकार के लिए भाजपा की उदारता का एक उदाहरण हैं। नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनने के लायक नहीं थे क्योंकि उनके पास कम सीटें थीं लेकिन फिर भी बीजेपी ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया। यह एनडीए की 'त्याग भावना' है। पीएम ने अकाली दल का जिक्र करते हुए कहा कि वह अपने स्वार्थ के कारण साथ छोड़ दिए। उन्होंने सांसदों से कहा कि केवल एनडीए की एक स्थिर सरकार दे सकती है। पीएम मोदी ने सांसदों को सलाह दिया कि केंद्र सरकार की योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए वह लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल करें और विकास कार्यों की वीडियो साझा करें।
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