PM आज CII की वार्षिक बैठक को संबोधित करेंगे; आत्मनिर्भर भारत पर है फोकस

केंद्र सरकार 'आत्मनिर्भर भारत' की दिशा में लगातार काम कर रही है। इसी को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भारतीय उद्योग परिसंघ (Confederation of Indian Industry-CII) की वार्षिक बैठक को संबोधित करेंगे।

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी आज शाम 4:30 बजे वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के माध्‍यम से भारतीय उद्योग परिसंघ (Confederation of Indian Industry-CII) की वार्षिक बैठक 2021 को संबोधित करेंगे। इस बैठक का विषय ‘इंडिया@75: गवर्नमेंट एंड बिज़नेस वर्किंग टूगेदर फॉर आत्‍मनिर्भर भारत’है।

सीआईआई की वार्षिक बैठक 2021 के बारे में :
सीआईआई की वार्षिक बैठक 2021 दो दिन के लिए 11-12 अगस्‍त को आयोजित की जाएगी। इस बैठक को विशेष अंतर्राष्‍ट्रीय अतिथि वक्‍ता के तौर पर सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री और आर्थिक नीतियों के लिए समन्‍वय मंत्री श्री हेंग स्‍वी कीत संबोधित करेंगे। इस आयोजन में अनेक मंत्रीगण, वरिष्‍ठ अधिकारी, शिक्षाविद् और भारतीय उद्योग जगत के प्रमुख प्रतिनिधि भी भाग लेंगे।

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क्या है CII
भारतीय उद्योग परिसंघ( Confederation of Indian Industry) की स्थापना 1895 में हुई थी। यह एक गैर-सरकारी, गैर-लाभकारी संस्था है, जो उद्योगों(industries) को लीड करती है और उन्हें मैनेज करती है। यह संस्था यह भारत के औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसका हेड ऑफिस नई दिल्ली में है। इस संस्था से 9,000 से अधिक निजी एवं सार्वजनिक प्रतिष्ठान एवं कंपनियां सीधे तौर पर, जबकि तीन लाख से अधिक कंपनियां अप्रत्यक्ष तौर पर जुड़ी हैं।

इंडस्ट्रीज को प्रोत्साहित करने सरकार लगातार काम कर रही है
इससे पहले कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने व्यापारी दिवस(9 अगस्त) पर व्यापारियों को संबोधित किया था। गोयल ने भारतीय अर्थव्यवस्था में व्यापारियों के योगदान की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा, व्यापारी देश की अर्थव्यवस्था और वित्तीय शक्तियों की रीढ़ हैं। गोयल ने कहा-व्यापारी ब्रांड इंडिया के सच्चे राजदूत हैं। उन्होंने व्यापारियों से "वोकल फॉर लोकल" के लिए प्रधानमंत्री के आह्वान पर जोर देने और ब्रांड इंडिया के राजदूत बनने के लिए अपील की थी।

भारत बन रहा वैश्विक प्लेटफार्म
गोयल ने कहा कि भारत गुड्स और सेवाओं के लिए एक वैश्विक प्लेटफॉर्म बन रहा है। ऐसे में व्यापारियों को कारोबार और व्यापार के सभी मोर्चों पर आत्मनिर्भर बनना चाहिए। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि व्यापार केवल माल का आदान-प्रदान नहीं है, बल्कि इसके जरिए संस्कृति, सद्भावना और विश्वास का भी आदान-प्रदान होता है। इसकी कुंजी गुणवत्ता और उत्पादकता है। मंत्री ने उपरोक्त लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए गुणवत्ता वाले उत्पादों की बिक्री सुनिश्चित करने पर जोर दिया।

मंत्री ने व्यापारियों को सरकार की ओर से पूर्ण समर्थन का भरोसा दिलाते हुए कहा कि वह कानून के उल्लंघन करने वालों की जानकारी सरकार को दें। उन्होंने कहा कि सरकार व्यापारियों और छोटे उद्यमियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार व्यापारियों के उत्पीड़न को रोकने के लिए एकल खिड़की ऑनलाइन प्रणाली बनाने की दिशा में काम कर रही है। जिससे कि एक बेहतर कानून व्यवस्था बन सके। पीयूष गोयल ने व्यापारियों से स्वरोजगार, स्वदेशी और सुगम व्यापार को बढ़ावा देने का आग्रह किया।

गोयल ने कोविड महामारी के दौरान व्यापारियों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि पिछले 15-16 महीने के दौरान कोविड-19 महामारी के दौर में व्यापारियों ने विशेष रूप से दूरदराज क्षेत्रों सहित देश के कोने-कोने में आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करके लोगों की जरूरतों को पूरा किया। उन्होंने व्यापारियों से अपने जीवन में सभी कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह किया और उन्हें कोविड की दोनों खुराक लेने के लिए भी कहा।

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