President Election 2022: प्रेसिडेंट रामनाथ कोविंद के उत्तराधिकारी के चुनाव के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा। नामांकन प्रक्रिया 15 जून से शुरू हुई और 29 जून तक चलेगी। 30 जून को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी।
नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election 2022) के लिए विपक्ष की मजबूत कैंडिडेट की खोज खत्म होता नहीं दिख रहा है। ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के तीसरे पसंदीदा प्रत्याशी ने भी प्रेसिडेंट चुनाव में बतौर विपक्ष प्रत्याशी उतरने से इनकार कर दिया है। महात्मा गांधी के पौत्र और पूर्व राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी (Gopal Krishna Gandhi) ने राष्ट्रपति चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। टीएमसी नेता व पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने उन्हें विपक्षी दलों की मीटिंग में राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने का प्रस्ताव दिया था। इससे पहले शरद पवार (Sharad Pawar) और फारुक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) भी राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने से इनकार कर चुके हैं।
क्या कहा गोपाल कृष्ण गांधी ने?
पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी ने राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के प्रत्याशी के तौर पर मैदान में आने से विनम्रता से इनकार करते हुए कहा कि विपक्ष का उम्मीदवार ऐसा होना चाहिए जो राष्ट्रीय सहमति बनाए। बहुत से अन्य लोग इसके योग्य हो सकते हैं जो मुझसे कहीं बेहतर करेंगे।
महात्मा गांधी के पौत्र का यह बयान उन खबरों के बीच आया है जिसमें कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) सुप्रीमो शरद पवार और नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) के नेता फारूक अब्दुल्ला द्वारा इस प्रस्ताव को ठुकराने के बाद वह विपक्ष के लिए सबसे पसंदीदा प्रत्याशी के रूप में आगे चल रहे थे।
राष्ट्रीय माहौल पैदा करने वाला हो प्रत्याशी
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पौत्र गोपाल कृष्ण गांधी ने कहा कि विपक्ष के कई सम्मानित नेताओं ने मुझे राष्ट्रपति के सर्वोच्च पद के लिए आगामी चुनावों में विपक्ष की उम्मीदवारी के लिए मेरे बारे में सोचने का सम्मान दिया है। मैं उनका अत्यंत आभारी हूं। लेकिन इस मामले पर गहराई से विचार करने के बाद मैं देखता हूं कि विपक्ष का उम्मीदवार ऐसा होना चाहिए जो राष्ट्रीय सहमति और विपक्षी एकता के अलावा एक राष्ट्रीय माहौल पैदा करे। मुझे लगता है कि और भी होंगे जो मुझसे कहीं बेहतर करेंगे। और इसलिए मैंने नेताओं से ऐसे व्यक्ति को अवसर देने का अनुरोध किया है।
बताया कैसा हो देश का राष्ट्रपति?
श्री गांधी ने कहा है कि भारत को ऐसा राष्ट्रपति मिले जिसकी अध्यक्षता राजाजी ने अंतिम गवर्नर जनरल के रूप में की हो और जिसका उद्घाटन हमारे पहले राष्ट्रपति के रूप में डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने किया था।
विभिन्न राजनयिक पदों पर काम कर चुके हैं गांधी
पूर्व राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी 2004 से 2009 तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे। 77 वर्षीय पूर्व नौकरशाह ने दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त के रूप में भी काम किया है।
रामनाथ कोविंद के उत्तराधिकारी का चुनाव 18 जुलाई को होगा। कोविंद ने पिछले राष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार मीरा कुमार को हराया था। सूत्रों ने कहा कि कुछ विपक्षी नेताओं ने गांधी से फोन पर बात की थी और उनसे उनके अनुरोध पर विचार करने का आग्रह किया था। विपक्षी दलों के मंगलवार को मिलकर, आम सहमति वाले उम्मीदवार पर फैसला लेने की संभावना है।
यह भी पढ़ें:
विधायक जी भूल गए अपनी शादी में पहुंचना, दुल्हन करती रही इंतजार, बोले-किसी ने बुलाया नहीं था