President Election 2022: द्रौपदी मुर्मु होंगी NDA की प्रत्याशी, यशवंत सिन्हा को विपक्ष ने बनाया है कैंडिडेट

President Election 2022: प्रेसिडेंट रामनाथ कोविंद के उत्तराधिकारी के चुनाव के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा। नामांकन प्रक्रिया 15 जून से शुरू हुई और 29 जून तक चलेगी। 30 जून को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी।

Dheerendra Gopal | Published : Jun 21, 2022 3:01 PM IST / Updated: Jun 21 2022, 09:39 PM IST

President Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बीजेपी ने राष्ट्रपति प्रत्याशी का चयन कर लिया है। द्रौपदी मुर्मु को एनडीए ने प्रत्याशी बनाया है। वह झारखंड की गवर्नर हैं। एनडीए ने एसटी प्रत्याशी के साथ साथ महिला कार्ड खेला है। विपक्षी दलों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है। विपक्ष का प्रत्याशी घोषित होने के बाद बीजेपी में भी प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया तेज हो गई थी। भाजपा संसदीय बोर्ड सहित राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामित कमेटियों ने मंगलवार को मीटिंग की। इस मीटिंग में पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल हुए। राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इस मंथन में शामिल हुए। इस मीटिंग के बाद द्रौपदी मुर्मु के नाम का ऐलान किया गया। 

जेपी नड्डा ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार का ऐलान किया है। राष्ट्रपति प्रत्याशी के लिए बीजेपी अपने पसंदीदा नाम का चयन करने के बाद एनडीए दलों से भी आम सहमति बनाने के लिए मीटिंग करेगी। बता दें कि बीजेपी ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को विपक्षी दलों से भी बातचीत का जिम्मा दिया है। यही नहीं राष्ट्रपति चुनाव के प्रबंधन के लिए 14 सदस्यीय प्रबंधन कमेटी भी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत के नेतृत्व में बनाई गई है। 

विपक्ष ने यशवंत सिन्हा को प्रत्याशी बनाकर खेला दांव

उधर, विपक्षी दलों ने संयुक्त प्रत्याशी के तौर पर पूर्व मंत्री यशवंत सिन्हा पर दांव लगाया है। पूर्व नौकरशाह यशवंत सिन्हा, काफी लंबे अरसे तक भाजपा संगठन व सरकार में सीनियर पद पर रह चुके हैं। वह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रह चुके हैं। यही नहीं वह पूर्व पीएम विश्वनाथ प्रताप सिंह व पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के मंत्रिमंडल में भी वरिष्ठ सहयोगी के रूप में काम कर चुके हैं। यशवंत सिन्हा, बीजेपी छोड़ने के बाद पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी ज्वाइन कर लिए थे। टीएमसी ने उनको राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था। एक दिन पहले ही सिन्हा ने प्रत्याशी होने का संकेत दे दिया था। 

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