आइकोनिक वीक के मौके पर बोले PM मोदी-दुनिया भारत से हर समस्या के समाधान की उम्मीद रखती है

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने 6 जून को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में वित्त मंत्रालय और कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालयों के आइकोनिक वीक समारोह का उद्घाटन किया। यह सप्ताह 6 से 11 जून, 2022 तक आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) के हिस्से के रूप में मनाया जा रहा है।

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने आज वित्त मंत्रालय और कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालयों के आइकोनिक वीक समारोह का उद्घाटन किया। कार्यक्रम 6 जून को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित किया गया। यह सप्ताह 6 से 11 जून, 2022 तक आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) के हिस्से के रूप में मनाया जा रहा है। मोदी ने क्रेडिट लिंक्ड सरकारी योजनाओं के लिए राष्ट्रीय पोर्टल-जन समर्थ पोर्टल की लॉन्चिंग की। बता दें कि यह सरकारी क्रेडिट योजनाओं को जोड़ने वाला वन-स्टॉप डिजिटल पोर्टल है। 

आप सभी इस विरासत का हिस्सा
मोदी ने कहा- आप सभी इस विरासत का हिस्सा हैं। देश के आम जन के जीवन को आसान बनाना हो, या देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त करना हो, बीते 75 वर्षों में अनेक साथियों ने इसमें बहुत योगदान दिया है। बीते वर्षों में वित्त मंत्रालय और कॉरपोरेट मंत्रालय ने अपने कार्यों के द्वारा, सही समय पर सही निर्णयों के द्वारा अपनी एक legacy(विरासत) बनाई है, एक बेहतरीन सफर तय किया है। 

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सिक्कों की लॉन्चिंग पर कहा
ये नए सिक्के देश के लोगों को निरंतर अमृतकाल के लक्ष्य याद दिलाएंगे और उन्हें राष्ट्र के विकास में योगदान के लिए प्रेरित करेंगे। आज यहां रुपये की गौरवशाली यात्रा को भी दिखाया गया। इस सफर से परिचित कराने वाली डिजिटल प्रदर्शनी भी शुरू हुई और आजादी के अमृत महोत्सव के लिए समर्पित नए सिक्के भी जारी हुए। आजादी के लंबे संघर्ष में जिसने भी हिस्सा लिया, उसने इस आंदोलन में नए dimension को जोड़ा। आजादी का ये अमृत महोत्सव सिर्फ 75 वर्षों का उत्सव मात्र नहीं है, बल्कि आजादी के नायक, नायिकाओं ने आजाद भारत के लिए जो सपने देखे थे, उन सपनों को परिपूर्ण करना, उन सपनों में नया सामर्थ्य भरना, और नए संकल्पों को लेकर आगे बढ़ने का ये पल है। भारत ने भी बीते आठ वर्षों में अलग-अलग आयामों पर काम किया है। इदस दौरान देश में जो जनभागीदारी बढ़ी, उन्होंने देश के विकास को गति दी है, देश के गरीब से गरीब नागरिक को सशक्त किया है।

स्वच्छ भारत ने गरीबों को सम्मान दिया
स्वच्छ भारत अभियान ने गरीब को सम्मान से जीने का अवसर दिया। पक्के घर, बिजली, गैस, पानी, मुफ्त इलाज जैसी सुविधाओं ने गरीब की गरिमा बढ़ाई, सुविधा बढ़ाई। कोरोना काल में मुफ्त राशन की योजना ने 80 करोड़ से अधिक देशवासियों को भूख की आशंका से मुक्ति दिलाई। सबसे बड़ी बाद देश के लोगों में अभाव से बाहर निकलकर सपनें देखने और उन्हें साकार करने का नया हौसला हमें देखने को मिला। देश की आधी आबादी, जो देश के विकास के विमर्श से, formal सिस्टम से वंचित थी। उसका inclusion(समावेश) हमने मिशन मोड़ में किया। Financial inclusion का इतना बड़ा काम, इतने कम समय में दुनिया में कहीं नहीं हुआ है।

21वीं सदी का भारत
आज 21वीं सदी का भारत People-Centric governance एप्रोच के साथ आगे बढ़ा है।  ये जनता ही है जिसने हमें अपनी सेवा के लिए यहां भेजा है। इसलिए ये हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है कि हम जनता तक स्वयं पहुंचे। अलग-अलग मंत्रालयों के अलग-अलग वेबसाइटों के चक्कर उसे लगाने से बेहतर कि वो भारत सरकार के एक पोर्टल तक पहुंचे, और उसकी समस्या का समाधान हो। आज 'Jan Samarth Portal' लांच किया गया है वो इसी लक्ष्य के साथ बढ़ाया गया है। ये जनता ही है जिसने अपनी सेवा के लिए हमें यहां भेजा है। इसलिए हमारी ये सर्वोच्च प्राथमिकता है कि हम खुद जनता तक पहुंचे। हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचना, उसे पूरा लाभ पहुंचाना ये दायित्व हम पर है। इसलिए 30,000 से ज्यादा compliances को कम करके, 1500 से ज्यादा कानूनों को समाप्त करके, कंपनीज एक्ट के अनेक प्रावधानों को decriminalize करके, हमने ये सुनिश्चित किया है कि भारत की कंपनियां न सिर्फ आगे बढ़ें बल्कि नई ऊंचाई प्राप्त करें। बीते आठ वर्षों में देश ने जो Reforms किए हैं, उनमें बड़ी प्राथमिकता इस बात को भी दी गई है कि हमारे देश के युवाओं को अपना सामर्थ्य दिखाने का पूरा मौका मिले। हमारे युवा अपनी मनचाही कंपनी आसानी से खोल पाएं, वो अपने enterprises आसानी से बना पाएं, उन्हें आसानी से चला पाएं। Reforms- यानि सुधार के साथ ही हमने जिस बात पर फोकस किया, वो है सरलीकरण, Simplification केंद्र और राज्य के अनेक टैक्सों के जाल की जगह अब GST ने ले ली है। इस Simplification का नतीजा भी देश देख रहा है। अब हर महीने GST कलेक्शन एक लाख करोड़ रुपए के पार जाना सामान्य बात हो गई है। 

भारत से समाधान की अपेक्षा
दुनिया के एक बड़े हिस्से को भारत से समस्याओं के समाधान की अपेक्षा है। ये इसलिए संभव हो पा रहा है क्योंकि बीते 8 सालों में हमने सामान्य भारतीय के विवेक पर भरोसा किया। हमने जनता को Growth में intelligent participants के रूप में प्रोत्साहित किया।

वन-स्टॉप डिजिटल पोर्टल
जन समर्थ पोर्टल ऐसा पहला मंच है, जो लाभार्थियों को सीधे ऋणदाताओं  यानी फाइनेंसियल इंस्टीट्यूट से जोड़ता है। जन समर्थ पोर्टल का मुख्य उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों के हर तरह से विकास और प्रगति को सरल और आसान डिजिटल प्रक्रियाओं के जरिये सही प्रकार के सरकारी लाभों के साथ गाइड करना है। पोर्टल सभी लिंक की गई योजनाओं का संपूर्ण कवरेज तय करता है।

कार्यक्रम के बारे में
प्रधानमंत्री एक डिजिटल प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे, जो पिछले आठ वर्षों में दोनों मंत्रालयों की जर्नी दिखाती है। प्रधानमंत्री 1 रुपए, 2 रुपए, 5 रुपए, 10 रुपए और 20 रुपए के सिक्कों की स्पेशल सीरिज भी जारी करेंगे। सिक्कों की इन स्पेशल सीरिज में आजादी का अमृत महोत्सव के लोगो की थीम होगी, जिन्हें दिखाई नहीं देता, वे भी आसानी से उन्हें पहचान सकते हैं। बता दें कि देश भर में 75 स्थानों पर एक साथ कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। हर जगह को वर्चुअल मोड के जरिये मुख्य कार्यक्रम स्थल से जोड़ा जाएगा।

(प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिक्कों की एक विशेष सीरिज जारी करते हुए, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी दिखाई दे रही हैं)

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