प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मंगलवार को भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के माल वाहक विमान C-130J Super Hercules की सवारी की।आसमान से जंग के मैदान में पैराट्रूपर्स को उतारने के लिए भी इस विमान का इस्तेमाल होता है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) मंगलवार को भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के माल वाहक विमान C-130J Super Hercules से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (Purvanchal express way) के उद्घाटन के लिए सुल्तानपुर पहुंचे। विमान ने एक्सप्रेस वे पर लैंड किया। प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जिस विमान की सवारी की वह अपने आप में खास है।
जंग के दौरान हर्क्यूलस विमान का इस्तेमाल वायुसेना सैनिकों और सैन्य साजो सामान को मोर्चे तक पहुंचाने में करती है। आसमान से जंग के मैदान में पैराट्रूपर्स को उतारने के लिए भी इस विमान का इस्तेमाल होता है। इस विमान में आम विमान की तरह आरामदायक सीट नहीं होते। केबिन के ठीक पीछे स्थित बेंचनुमा सीट पर बैठकर प्रधानमंत्री ने दिल्ली से सुल्तानपुर तक की यात्रा की। विमान की दीवार से लगी सीटों पर बैठकर सैनिक सफर करते हैं। विमान का मुख्य हिस्सा सामान ढोने के लिये खाली रखा जाता है।
चार इंजन से हर्क्यूलस को मिलती है ताकत
C-130J Super Hercules ऊंचे पहाड़ी इलाके में उड़ान भरने में सक्षम है। चीन और पाकिस्तान से लगती भारत की सीमा ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में भी है। यहां तैनात सैनिकों तक साजों सामान पहुंचाने में इस विमान की बहुत उपयोगिता है। इसे चार टर्बोप्रॉप इंजन से ताकत मिलती है। इसके चलते यह ऊंचे और मुश्किल रनवे पर भी लैंड और टेकऑफ कर सकता है।
इसे लैंड करने के लिए 914 मीटर लंबे रनवे की जरूरत होती है। इसका रेंज 4000 किलोमीटर है। हर्क्यूलस ने 2013 में लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी में स्थित 16614 फीट ऊंचे रनवे पर लैंड कर रिकॉर्ड कायम किया था। यह विमान 20 हजार किलोग्राम वजनी साजो-सामान लेकर उड़ान भर सकता है। इसकी अधिकतम स्पीड 659 किलोमीटर प्रतिघंटा है।
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