प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'ब्रह्मांड की कोई ताकत 370 की वापसी नहीं करा सकती'। उन्होंने संसद में हुई घुसपैठ की घटना को चिंताजनक बताया।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दैनिक जागरण को इंटरव्यू दिया है। इसमें उन्होंने संसद की सुरक्षा में लगी सेंध से लेकर जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने और आगामी लोकसभा चुनाव तक, विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से बात की है। उन्होंने कहा है कि 'ब्रह्मांड की कोई ताकत 370 की वापसी नहीं करा सकती'। पीएम ने संसद में हुई घटना को चिंताजनक बताया है। पढ़ें पीएम मोदी के इंटरव्यू की खास बातें...
संसद की सुरक्षा में सेंध लगी है, विपक्ष इस मुद्दे को उठा रहा है।
नरेंद्र मोदी: यह घटना बहुत दुखद और चिंताजनक है। इसकी गंभीरता को कम नहीं आंकना चाहिए। इसके पीछे कौन से तत्व हैं, उनके मंसूबे क्या हैं, इसकी गहराई में जाना चाहिए। जांच एजेंसियां सख्ती से जांच कर रही हैं। ऐसे विषयों पर वाद-विवाद से बचना चाहिए।
क्या विधानसभा चुनाव को लोकसभा चुनाव के लिए सेमीफाइनल नहीं मानना चाहिए?
नरेंद्र मोदी: हाल ही में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के लिए पहली परीक्षा थे। जनता ने विपक्षी गठबंधन को फेल किया है। चुनाव परिणामों से देश के मूड की झलक मिली है। ये चुनाव परिणाम दिखाते हैं कि 2024 के चुनाव में भाजपा एक बार फिर ऐतिहासिक जीत दर्ज करने जा रही है।
इस बार भाजपा ने आपके नाम पर वोट मांगा, आपने लोगों को मोदी की गारंटी दी। क्या यह फॉर्मूला आगे भी चलता रहेगा?
नरेंद्र मोदी: जब मैं मोदी की गारंटी कहता हूं तो जनता बीते वर्षों का इतिहास देखती है। आपको अपने काम से ट्रैक रिकॉर्ड बनाना होता है। हमने तो वो समय भी देखा है जब गरीबी हटाने की बातें की गईं, लेकिन दशकों बाद भी स्थितियां नहीं बदली।
क्या भाजपा ने इस बार 400 पार जैसा कोई लक्ष्य रखा है?
नरेंद्र मोदी: जनता आज पहले से अधिक मजबूत और समर्थ सरकार के पक्ष में है। मेरे लिए सीटों की गिनती से ज्यादा लोगों के दिलों को जीतना ज्यादा प्राथमिकता रहा है। मैं दिल जीतने के लिए प्रयास करता हूं, मेहनत करता हूं तो जनता खुद ही मेरी झोली भर देती है। जहां तक लक्ष्य की बात है तो देश 2047 तक भारत को विकसित बनाने के लक्ष्य पर काम कर रहा है।
लोग कहते हैं कि मोदी में 'कुछ' है। क्या आप बता सकते हैं कि वह 'कुछ' क्या है?
नरेंद्र मोदी: ये 'कुछ' क्या है, इसका ठोस जवाब मेरे पास नहीं है। मैं आज जो हूं वो दो आशीर्वाद के बिना संभव नहीं है। पहला जनता-जनार्दन का आशीर्वाद और दूसरा है दैवीय शक्ति का आशीर्वाद। मैं अनुभव करता हूं कि जनता ईश्वर का रूप है, मैं उस जनता का पुजारी हूं। मैं जहां जाता हूं लोग मुझे अपने बेटे और भाई के रूप में देखते हैं। दैवीय शक्ति मुझे चलायमान रखे हुए है, निरंतर मुझे देशसेवा के लिए प्रेरित करती है।
आपने चार जाति (गरीब, महिला, युवा और किसान) की बात की। क्या इससे जातिवादी राजनीति समाप्त होगी?
नरेंद्र मोदी: मैं किसान, महिला, युवा और गरीब, इन चार जातियों की बात करता हूं तो इसकी ठोस वजह है। किसान किसी भी जाति का हो उसी समस्याओं का समाधान एक जैसा है। इसी प्रकार सरकार गरीबी दूर करती है तो सभी गरीब परिवारों को लाभ होता है चाहे वे किसी भी जाति के हों। जब समस्या समान है, समाधान समान है तो देखने का नजरिया भी उस आधार पर होना चाहिए। इन चार जातियों के सशक्तीकरण से हर तबके का सामर्थ्य बढ़ेगा।
वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के बीच भारत में कल्याणकारी योजनाओं के विस्तार की कितनी संभावनाएं हैं?
नरेंद्र मोदी: दुनिया की बड़ी-बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की स्थिति ठीक नहीं है। पहले कोरोना महामारी, फिर विश्व के दो हिस्सों में युद्ध की स्थिति से ग्लोबल इकोनॉमी को बड़ा झटका लगा है। इस घोर अनिश्चितता के बाद भी भारत अलग दिख रहा है। इस साल की पहली तिमाही में 7.8 फीसदी और दूसरी तिमाही में 7.6 फीसदी की ग्रोथ हुई है। जब देश का आर्थिक सामर्थ्य बढ़ रहा है तो देश के हर नागरिक का जीवन बदलना चाहिए। देश का कोई तबका अगर कमजोर हो, अविकसित हो तो देश विकसित नहीं हो सकता। इसलिए कल्याणकारी योजनाएं ऐसी होनी चाहिए, जिससे गरीब का सशक्तीकरण हो। वेलफेयर को मैं मजदूरी नहीं, बल्कि देश को सशक्त करने के माध्यम के रूप में देखता हूं।
आर्टिकल 370 पर सुप्रीम कोर्ट से जिस तरह का फैसला आया, उसे कैसे देखते हैं?
नरेंद्र मोदी: सुप्रीम कोर्ट ने इस बात पर मुहर लगाई है कि देश में दो विधान नहीं चल सकते। 370 हटाना जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लिए जरूरी था। यह लोगों के विकास के लिए जरूरी था। 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की सूरत बदल गई है। अब वहां सिनेमा हॉल चल रहे हैं। यहां आतंकी थे वहां अब पर्यटकों का मेला है। जहां पत्थरबाजी होती थी वहां फिल्मों की शूटिंग हो रही है। जो लोग राजनीतिक स्वार्थ में अनुच्छेद 370 को लेकर भ्रम फैला रहे हैं उन्हें में दो टूक कहूंगा, 'अब ब्रह्मांड की कोई शक्ति अनुच्छेद 370 को वापस नहीं करा सकती।'