प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स बिजनेस फोरम (BRICS Business Forum) में तीन मंत्र दिया है। उन्होंने कहा कि इनसे भारत कोरोना महामारी से उत्पन्न आर्थिक समस्याओं से निपट रहा है। भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ रही बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को चीन की राजधानी बीजिंग में आयोजित ब्रिक्स व्यापार मंच (BRICS Business Forum) मंच को वर्चुअल फॉर्मेट में संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स की स्थापना इस विश्वास से हुई थी कि उभरती अर्थव्यवस्थओं का समूह वैश्विक ग्रोथ के इंजन के रूप में उभर सकता है। आज जब पूरा विश्व कोरोना के बाद की रिकवरी पर फोकस कर रहा है तब ब्रिक्स देशों की भूमिका एक बार फिर बहुत महत्वपूर्ण रहेगी।
पीएम ने कहा कि महामारी से उत्पन्न आर्थिक समस्याओं से निपटने के लिए हमने भारत में रिफॉर्म, परफॉर्म एंड ट्रांसफॉर्म का मंत्र अपनाया है। इसके परिणाम भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन से स्पष्ट है। इस साल हम 7.5 फीसदी ग्रोथ की आशा कर रहे हैं। यह हमें सबसे तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था बनाता है। उभरते हुए नए भारत में हर सेक्टर में ट्रांस्फॉर्मेटिव बदलाव हो रहे हैं।
टेक्नोलॉजी के नेतृत्व में हो रहा ग्रोथ
नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज मैं आपका ध्यान चार प्रमुख पहलुओं पर केंद्रीत करना चाहता हूं। भारत की वर्तमान इकोनॉमिक रिकवरी का एक प्रमुख स्तंभ टेक्नोलॉजी के नेतृत्व में हो रहा ग्रोथ है। हम हर सेक्टर में इनोवेशन को सपोर्ट कर रहे हैं। हमने स्पेस, ग्रीन हाइड्रोजन, क्लीन एनर्जी और ड्रोन्स जैसे कई क्षेत्रों में इनोवेशन फ्रेंडली पॉलिसी बनाई है। आज भारत में इनोवेशन के लिए विश्व में सबसे उत्तम इकोसिस्टम है। यह भारतीय स्टार्टअप की बढ़ती संख्या में दिखता है।
भारत के 70 हजार से अधिक स्टार्टअप में 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं। इनकी संख्या निरंतर बढ़ रही है। महामारी के दौरान भी भारत ने कारोबार करने में सरलता को सुधारने के लिए प्रयास जारी रखे। हजारों नियमों में बदलाव किया गया। सरकारी नीति और प्रक्रिया में अधिक पारदर्शिता और स्थिरता लाने के लिए बड़े पैमाने पर काम हो रहा है।
इन्फ्रास्ट्रक्चर में हैं 1.5 ट्रिलियन डॉलर के निवेश के अवसर
पीएम ने कहा कि भारत में आधारभूत संरचना को व्यापक स्तर पर सुधारा जा रहा है। इसका विस्तार भी हो रहा है। इसके लिए भारत ने एक नेशनल मास्टर प्लान बनाया है। हमारी नेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन के तहत 1.5 ट्रिलियन डॉलर के निवेश के अवसर हैं। भारत में आज जिस तरह का डिजिटल ट्रांस्फॉर्मेशन हो रहा है यह विश्व में पहले कभी नहीं देखा गया।
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2025 तक 1 ट्रिलियन डॉलर होगी भारतीय डिजिटल इकोनॉमी की वैल्यू
2025 तक भारतीय डिजिटल इकोनॉमी की वैल्यू 1 ट्रिलियन डॉलर पहुंच जाएगी। डिजिटल सेक्टर की ग्रोथ से वर्क फोर्स में महिलाओं की भागीदारी को भी प्रोत्साहन मिला है। हमारे आईटी सेक्टर में काम करने वाले 4.4 मिलियन प्रोफेशनल्स में से लगभग 36 फीसदी महिलाएं हैं। नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारा सुझाव है कि ब्रिक्स बिजनेस फोरम हमारे स्टार्टअप्स के बीच नियमित आदान-प्रादान के लिए एक प्लेटफॉर्म विकसित करे।
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