पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने एक इंटरव्यू में कहा कि भारत प्रगति की उड़ान भरने के लिए टेकऑफ करने जा रहा है। आज लोगों की आकांक्षाएं 10 साल पहले की आकांक्षाओं से काफी अलग हैं।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने फाइनेंशियल टाइम्स को इंटरव्यू दिया है। इसमें उन्होंने देश की उन्नति से लेकर विदेश नीति तक पर विस्तार से बात की है। पीएम ने कहा है कि हमारा देश प्रगति की उड़ान भरने जा रहा है। आज भारत के लोगों की आकांक्षाएं 10 साल पहले की आकांक्षाओं से काफी अलग हैं।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोगों को एहसास है कि हमारा देश उन्नति की उड़ान भरने के लिए टेकऑफ करने जा रहा है। वे चाहते हैं कि यह उड़ान तेज हो। यह सुनिश्चित करने के लिए वे सबसे अच्छी पार्टी को फिर से सत्ता में लाना जानते हैं। वे जानते हैं कि यही पार्टी उन्हें यहां तक लेकर आई है।
समस्याओं के हल के लिए जनभागीदारी अहम
प्रधानमंत्री ने कहा कि संविधान संशोधन करने से सभी समस्याओं का हल नहीं हो सकता। इसके लिए जनभागीदारी अहम है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने "स्वच्छ भारत" राष्ट्रव्यापी शौचालय-निर्माण अभियान से लेकर डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने तक कई परिवर्तनकारी पहल किए हैं। लगभग 1 अरब लोगों को ऑनलाइन लाया गया है। यह सब जनभागीदारी के चलते हो सका।
राष्ट्रीय हित है हमारी विदेश नीति का मार्गदर्शक सिद्धांत
भारत की मिक्स-एंड-मैच विदेश नीति पर पीएम मोदी ने कहा, "दुनिया आपस में जुड़ी हुई और एक-दूसरे पर निर्भर है। विदेशी मामलों में हमारा सबसे महत्वपूर्ण मार्गदर्शक सिद्धांत हमारा राष्ट्रीय हित है।"
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नून की हत्या की साजिश के मामले में अमेरिका द्वारा भारत पर आरोप लगाए जाने और इससे दोनों देशों के संबंधों पर पड़े असर पर भी पीएम ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, "आज भारत-अमेरिका संबंध जुड़ाव में व्यापक, समझ में गहरे, दोस्ती में पहले से कहीं ज्यादा गर्मजोशीपूर्ण हैं।"
इजराइल-हमास संघर्ष पर पीएम मोदी ने कहा, "मैं क्षेत्र के नेताओं के साथ संपर्क में हूं। अगर शांति की दिशा में प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए भारत कुछ भी कर सकता है तो हम निश्चित रूप से ऐसा करेंगे।"
मैन्युफैक्चरिंग में चीन की जगह ले रहा भारत
भारत की आर्थिक प्रगति चीन से तेज है। कई कंपनियां चीन छोड़कर भारत आ रही हैं। भारत मैन्युफैक्चरिंग में चीन की जगह ले रहा है। इसपर पीएम ने कहा, "भारत की तुलना चीन की जगह अन्य लोकतंत्रों के साथ करना अधिक उपयुक्त हो सकता है।"
पीएम ने कहा, "हम ऐसी स्थितियां बनाना चाहते हैं कि हर कोई भारत में निवेश करना और यहां अपने परिचालन का विस्तार करना चाहे। हम एक ऐसी प्रणाली की कल्पना करते हैं, जहां दुनिया भर का कोई भी व्यक्ति भारत में अपने घर जैसा महसूस करे।"
अपने आलोचकों पर मोदी सरकार की कथित कार्रवाई के बारे पीएम ने कहा, "एक पूरा पारिस्थितिकी तंत्र है जो हमारे देश में उपलब्ध स्वतंत्रता का उपयोग संपादकीय, टीवी चैनलों, सोशल मीडिया, वीडियो, ट्वीट्स आदि के माध्यम से हर दिन हम पर ये आरोप लगाने के लिए कर रहा है। उन्हें ऐसा करने का अधिकार है, लेकिन दूसरों को तथ्यों के साथ जवाब देने का समान अधिकार है।"