
Parali Burning: राज्य सरकार ने पराली जलाने पर सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया है। अब अगर कोई पराली जलाता है तो उसके परिवार की पेंशन बंद कर दी जाएगी और सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिलेगा। पहले से ही ऐसे मामलों में एफआईआर दर्ज करने का नियम लागू है। सरकार ने पराली न जलाने के लिए लोगों को जागरूक करने का अभियान भी शुरू किया है। इसके तहत आंगनवाड़ी कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर लोगों को पराली न जलाने और उसका सही प्रबंधन करने के लिए समझा रही हैं।
यह पहली बार है जब सरकार ने पराली जलाने वालों के परिवार की पेंशन बंद करने का फैसला किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर किसी की पेंशन एक बार बंद हो गई तो उसे दोबारा शुरू नहीं किया जाएगा। सरकार के लगातार प्रयासों से इस बार पराली जलाने के मामलों में कुछ कमी आई है लेकिन नवंबर का महीना अभी बाकी है जिसमें ऐसे मामले आमतौर पर बढ़ जाते हैं। जालंधर में नूरमहल और मेहतपुर इलाकों में सेटेलाइट से पराली जलाने की जानकारी मिली है। मंगलवार को नूरमहल के एक और मेहतपुर के दो किसानों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
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सरकार ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को गांव-गांव जाकर लोगों को पराली न जलाने के नुकसान के बारे में बताने के निर्देश दिए हैं। वे पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं को भी जागरूक करेंगी। उम्मीद की जा रही है कि पेंशन बंद करने के इस सख्त फैसले से पराली जलाने के मामलों में और कमी आएगी।