
Jagannath Rath Yatra Stampede: पुरी में विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा (Jagannath Rath Yatra) के दौरान रविवार सुबह हुए भीषण भगदड़ में कम से कम तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई घायल हुए। इस दर्दनाक हादसे के बाद ओडिशा सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए DCP विष्णु पति (Vishnu Pati) और कमांडेंट अजय पाढ़ी (Ajay Padhi) को ड्यूटी में लापरवाही के आरोप में सस्पेंड कर दिया है। शासन ने जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान का भी ट्रांसफर कर दिया है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी (Mohan Charan Majhi) ने मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक, रथ यात्रा के दौरान भीड़ के अत्यधिक बढ़ने से यह हादसा हुआ। मुख्यमंत्री ने घटना की गहन प्रशासनिक जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही जिलाधिकारी का तबादला करते हुए चंचल राणा (Chanchal Rana) को नया जिलाधिकारी और पिनाक मिश्रा (Pinak Mishra) को नया पुलिस अधीक्षक (SP) नियुक्त किया गया है।
मुख्यमंत्री माझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए श्रद्धालुओं से माफी मांगी। उन्होंने लिखा कि महाप्रभु जगन्नाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की उत्सुकता से हुई धक्का-मुक्की और अफरा-तफरी के कारण यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। मैं और मेरी सरकार सभी श्रद्धालुओं से क्षमा प्रार्थी हैं।
मुख्यमंत्री ने पोस्ट में कहा कि यह लापरवाही अक्षम्य है। सुरक्षा में हुई चूक की तत्काल जांच होगी और जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि भविष्य में रथ यात्रा की सुरक्षा और मर्यादा को बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
रथ यात्रा (Rath Yatra) के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ तीनों रथों भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथों को गुंडीचा मंदिर (Gundicha Temple) तक खींचने के लिए उमड़ती है। इस दौरान भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ में कई लोग घायल हुए। इस साल रथ यात्रा शुक्रवार से शुरू हुई थी और रविवार सुबह यह हादसा हुआ।