
Monsoon Session: संसद के मानसून सत्र के दौरान मंगलवार को राज्य सभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा हुई। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा किए गए सीज फायर संबंधी दावों को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से चार सवाल किए।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया। हमारी सेना ने जोरदार अटैक किया। हम फ्रंट फुट पर थे। पाकिस्तान ने घुटने टेक दिए थे। हमारे सामने गिड़गिड़ा रहा था। ऐसा आपका कहना है। अचानक युद्ध विराम की घोषणा हुई। सवाल ये है कि घोषणा किसने की और कहां से हुई?"
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "इस सीज फायर की घोषणा हमारे प्रधानमंत्री ने नहीं की। विदेश मंत्री ने नहीं की। रक्षा मंत्री ने भी नहीं की। बल्कि वाशिंगटन से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की। उन्होंने दावा किया कि 'मैंने भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई रोकी है। राष्ट्रपति ट्रंप एक बार नहीं, दो बार नहीं, 29 बार ये बात दोहरा चुके हैं। अब मेरा भाषण खत्म होने के बाद तीस हो जाएगा। ट्रंप ने बार-बार यह भी कहा कि उन्होंने ट्रेड का इस्तेमाल कर युद्ध रुकवाया। ये ट्रेड की बात किसके फायदे के लिए थी? ट्रंप ने भारत के सम्मान के खिलाफ बात की। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा 5 जेट गिराए गए। ये कौन से हैं?"
खड़गे ने कहा, "नरेंद्र मोदी से देश जानना चाहता है। वो साफ कहें कि हमारा एक भी जेट नहीं गिरा है। राजनाथ सिंह, ज्यादा झंझट में नहीं पड़ते, लेकिन वे सच्चाई तो बताएं।" इसपर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जवाब दिया, "विदेश मंत्री ने साफ कहा है कि पहलगाम की घटना के बाद से आज तक ट्रंप के साथ हमारे प्रधानमंत्री की कोई भी बात नहीं हुई है। किसी के दवाब में यह ऑपरेशन सिंदूर स्थगित नहीं किया गया है। ऑपरेशन सिंदूर अगर स्थगित हुआ है तो पाकिस्तान के डीजीएमओ के कहने पर हुआ है कि लड़ाई रोक दीजिए। इसके बाद हमने ऑपरेशन सिंदूर स्थिगत किया। यह कॉमा है फुल स्टॉप नहीं है।"
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1- किन शर्तों पर युद्ध विराम हुआ और पाकिस्तान के बैकफुट पर होने के बावजूद आपने इसे क्यों स्वीकार किया?
2- क्या अमेरिका ने इसमें इंटरफेयर किया, अगर हां, तो किसके कहने पर और किन शर्तों पर आपने किया?
3- क्या यूएस के राष्ट्रपति ने ये सीज फायर कराया? जैसा वो बार-बार दावा कर रहे हैं। अगर हां, तो ये भारत की तीसरे पक्ष की भागीदारी नहीं की नीति के खिलाफ नहीं है।
4- क्या हमें व्यापार की धमकी या अन्य आर्थिक ब्लैकमेल के कारण यह सीज फायर मानना पड़ा?