Published : May 18, 2025, 04:06 PM ISTUpdated : May 18, 2025, 04:07 PM IST
Operation Sindoor: पाकिस्तान के साथ सैन्य टकराव के दौरान इंडियन एयरफोर्स ने जिन मिसाइलों का इस्तेमाल किया उसमें रैम्पेज शामिल है। इस इजरायली मिसाइल ने पाकिस्तानी एयर बेस पर तबाही मचाई थी। भारत ऐसे और मिसाइल खरीद रहा है। आइए इसकी ताकत जानते हैं…
रैम्पेज हवा से जमीन पर मार करने वाली क्रूज मिसाइल है। इसका रेंज 120km है। इससे लड़ाकू विमान को दुश्मन के एयर डिफेंस सिस्टम के रेंज में गए बिना हमला करने की सुविधा मिलती है। यह सुपरसोनिक मिसाइल है। इसमें एंटी जैमिंग फीचर है, जिसके चलते इसे हवा में रोक पाना बेहद मुश्किल है।
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हाई वैल्यू टारगेट को निशाना बनाती है रैम्पेज मिसाइल
रैम्पेज मिसाइल को कमांड सेंटर, एयर बेस, वायु सेना के ठिकाने सहित हाई वैल्यू टारगेट को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है। इस मिसाइल को इजरायल की सरकारी रक्षा और एयरोस्पेस कंपनियों इजरायल मिलिट्री इंडस्ट्रीज सिस्टम्स (IMI सिस्टम्स) और इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) द्वारा विकसित किया गया है।
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रैम्पेज मिसाइल से लैस है Su-30MKI
इंडियन एयर फोर्स के Su-30MKI, MiG-29 और जगुआर लड़ाकू विमानों को रैम्पेज मिसाइल से लैस किया गया है। नौसेना के MiG-29K लड़ाकू विमान भी इस मिसाइल का इस्तेमाल करते हैं। इससे दुश्मन के युद्धपोत को तबाह किया जा सकता है।
रैम्पेज मिसाइल की लंबाई 4.7 मीटर है। यह 306 मिमी मोटी है। वजन 570kg है। दिन हो या रात या खराब मौसम, यह हर समय अपने टारगेट पर अचूक वार करती है। इस मिसाइल को प्री-प्रोग्रामेबल या इन-फ्लाइट मिशन प्रोफाइल और एंटी-जैम क्षमताओं, वारहेड और फायर-एंड-फॉरगेट सुविधाओं के साथ नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम या इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम से लैस किया गया है।
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10 मीटर के घेरे में गिरती है रैम्पेज मिसाइल
रैम्पेज मिसाइल को लड़ाकू विमान की मदद से 40 हजार फीट की ऊंचाई से लॉन्च किया जा सकता है। यह अपने टारगेट से 350m/sec से 550m/sec की रफ्तार से टकराती है। यह 10 मीटर के घेरे में गिरती है। इस मिसाइल से 90° एंगल पर अटैक किया जा सकता है।